2016 के उरी जैसे हमले की थी साजिश, सात दिन में मारे चार आतंकी-मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स

 

जम्मू कश्मीर के उरी में जारी सेना के ऑपरेशन को लेकर बड़ी खबर सामने आयी है. उरी ऑपरेशन को लेकर आज सेना की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. इस दौरान मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने बताया कि आज जिस पाकिस्तान के आतंकी को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम अली बाबर पात्रा है. इसकी उम्र महज उन्नीस साल है. अली बाबर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य है. जो पाकिस्तान में करीब तीन महीने की आतंकी ट्रेनिंग ले चुका है. आतंकियों की घुसपैठ का मकसद 2016 के उरी जैसे बड़े हमले को अंजाम देना था.

 

मेजर वत्स ने कहा कि बिना पाकिस्तान की मदद के ऐसे घुसपैठ मुमकिन नहीं है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही टेरर लॉन्च पैड पर इन दिनों हलचल भी बढ़ गई है. मेजर वत्स ने ये भी बताया कि, पिछले सात दिनों में सेना ने ऑपरेशन में 4 आतंकियों को ढेर किया है जबकि एक को जिंदा पकड़ा है. सेना ने आतंकी अली बाबर पात्रा की तस्वीर भी जारी की. सेना के मुताबिक दो आतंकी 25 सितंबर को एक नाले में छिप गए थे. 26 सितंबर को एक आतंकी को ढेर कर दिया था जबकि एक आतंकी ने सरेंडर कर दिया था .

मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने बताया, ”इन आतंकियों के किलाफ नौ दिन तक ऑपरेशन चला. 18 सितबंर को जब एलओसी पर घुसपैठ की कोशिश शुरू हुई तब इस ऑपरेशन की शुरुआत हुई थी. कुल छह आतंकी थे, चार वापस पाकिस्तान भाग गए. बाकी बचे दो आतंकी 25 सितबंर को एक नाले में छिप गए थे. एक आतंकी को 26 को ढेर कर दिया गया. दूसरा आतंकी सरेंडर के लिए गिड़गिड़ाने लगा.” मेजर वत्स ने कहा कि गिरफ्तार आतंकी पाकिस्तान में तीन महीने की ट्रेनिंग ले चुका है.

उन्होंने बताया कि कश्मीर के पाटन में सप्लाई करने की बात कही थी लेकिन ये सप्लाई करने नहीं आया था. बल्कि बड़ा टेरर अटैक करने आया था. ठीक वैसा ही अटैक करने आया था जैसा 2016 का उरी अटैक था. उन्होंने कहा कि बिना पाकिस्तानी सेना की मदद के ऐसे घुसपैठ नहीं हो सकती है. टेरर लॉन्च पैड पर इन दिनों काफी गतिविधियां बढ़ गई हैं. पिछले सात दिनों में 04 आतंकी मारे गए हैं और एक जिंदा पकड़ लिया गया.

इस ऑपरेशन के दौरान सेना के चार जवान भी घायल हुए हैं. जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने घुसपैठ के लिए माछिल, टिटवाल सेक्टर का इस्तेमाल किया. इसके लिए पाकिस्तान फौज से इन आतंकियों को मदद मिली. पाकिस्तान की तरफ इन दोनों सेक्टर में सीजफायर उल्लंघन किया गया. पाकिस्तान की तरफ से भारतीय पोस्ट पर फायरिंग की गयी थी.

अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन का साइड इफेक्ट ये हुआ है कि पाकिस्तान सीजफायर के समझौते के बावजूद फिर से आतंकियों की घुसपैठ करवाने में जुट गया. अखनूर में बीएसएफ ने हथियार और ड्रग्स तस्करी के रैकेट का खुलासा किया है. बीएसएफ ने एक बैग बरामद किया है जिसमें चार पिस्टल, आठ मैगजीन, एक किलो ड्रग्स और पौने तीन लाख के जाली नोट बरामद किए हैं