फिरोजाबाद : पत्रकार वार्ता में पीड़ित ने लगाई उत्तर प्रदेश सरकार से न्याय की गुहार
विधान केसरी समाचार
फिरोजाबाद। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त करने एवं ज़ीरो टॉलरेंस के लिए हर संभव प्रयास कर रही है वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के जनपद फिरोजाबाद में एक पीड़ित परिवार लगभग 8 महीने से न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है, लेकिन अभी तक उसे न्याय नहीं मिला! पीड़ित पिता के अनुसार वो फिरोजाबाद के सभी उच्च पुलिस अधिकारियों को सूचित एवं मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा चुके है उसके बावजूद कोई भी ठोस कदम नही उठाया गया है। यहाँ तक फ़िरोज़ाबाद सांसद डॉ चंद्रसेन जादौन एव सदर विधायक श्री मनीष असीजा द्वारा फ़िरोज़ाबाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र के माध्यम से कार्यवाही करने का अनुरोध किया था, जिसपर अभी तक कार्यवाही नही हुई है। ललित कुमार यादव, विश्व मानवाधिकार परिषद,लखनऊ के फ़िरोज़ाबाद ज़िला अध्य्क्ष द्वारा इस मामले को लेकर प्रेस वार्ता करवाई।
जिसमे पूरा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद फिरोजाबाद थाना बसई मोहम्मदपुर क्षेत्र ग्राम नसीरपुर का है,जहां मुकुट सिंह नामक व्यक्ति ने बताया उसके घर के सामने रहने वाले दबंग किस्म के चार व्यक्तियों ने उसके बेटे ध्रुव कुमार का अपहरण 14 फरवरी 2021 को उसी की दुकान से रात्रि के समय करीब 9ः30 बजे कर लिया फिर उसके साथ मारपीट करके मरणासन्न हालत में करीब 5 घंटे बाद किसी सुनसान क्षेत्र में छोड़ गए! परिवार वालों ने मामले की शिकायत थाना बसई मोहम्मदपुर में कराई! ध्रुव कुमार का मेडिकल कराया गया जिसमें धारा 307 बताई गई लेकिन थाने वालों ने पीड़ित परिवार की शिकायत दर्ज नहीं की! पीड़ित परिवार ने बताया की अदालत के माध्यम से घटना के करीब 7 महीने बाद संबंधित धाराओं में केस दर्ज तो करा दिया लेकिन केस दर्ज होने के लगभग 1 महीने के बाद भी इस मामले पर पुलिस द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई और ना ही अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है! इस मामले में चारों अपराधी पीड़ित परिवार को आये दिन डराते धमकाते हैं तथा मारपीट की कर चुके हैं जिसकी शिकायत फिरोजाबाद थाना रसूलपुर में दर्ज कराई गई लेकिन उस पर भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है! परिवार ने बताया यदि मेरे परिवार के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटती है तो इसका जिम्मेदार चारों अपराधी और पुलिस थाना बसई मोहम्मदपुर होगा!
पीड़ित परिवार ने उत्तर प्रदेश सरकार से न्याय की मांग की है और कहा की यदि उसे न्याय नहीं मिला तो पीड़ित परिवार आत्महत्या करने के लिए मजबूर होगा!