मेरठ : कोशिशों के बाद भी नहीं फूक सके पीएम का पुतला, सुबह से शाम तक नजरबंद रहे क्षेत्र के आधा दर्जन किसान नेता
विधान केसरी समाचार
मेरठ/हस्तिनापुर। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के द्वारा भाकियू से जुड़े किसानों और पदाधिकारियों से शनिवार को पीएम, सीएम का पुतला फूंकने का आह्वान किया गया था जिसकी सभी तैयारियां पूर्ण हो गई थी। वहीं पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट किया गया था पुलिस अधिकारियों ने क्षेत्र में पीएम सीएम का पुतला नहीं फूंकने दिया।
देश के प्रधानमंत्री और सूबे के मुख्यमंत्री का पुतला फूंके जाने की कार्य योजना भाकियू द्वारा कई दिन पहले बनाई गई थी जिसकी तैयारी क्षेत्र में संगठन से जुड़े पदाधिकारियों और किसानों ने कर ली थी। पुलिस द्वारा पुतला फूंकने वाले क्षेत्र के गांव और स्थानों को चिन्हित कर लिया गया था।
वही शासन प्रशासन के अधिकारियों का थाना पुलिस को भी सख्त निर्देश था कि किसी भी कीमत पर पीएम और सीएम का पुतला न फूंकने दिया जाए। इसके बाद थाना पुलिस अलर्ट पर थी। थाना प्रभारी दिनेश सिंह के नेतृत्व में क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में लगातार गश्त किया गया और मुख्य मार्गो पर थाना पुलिस तैनात की गई वही भाकियू के मंडल महामंत्री जैसे-तैसे पुलिस को चकमा देकर कस्बे के उधम सिंह चौक पर पहुंचे और जहां पर पीएम का पुतला फूकना चाहा परंतु मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने पुतले को कब्जे में लेकर फूकने से रोक दिया। जिसमें पुलिस के साथ कई स्थानों पर छीना झपटी भी हुई। उसके बाद थाना प्रभारी दिनेश सिंह के नेतृत्व में थाना पुलिस ने क्षेत्र के गांव रठौरा कला, में ब्लॉक अध्यक्ष सरदार गुरप्रीत सिंह उर्फ लाडी व सरदार जीवन सिंह को घर में पुलिस की मौजूदगी में देर शाम तक नजरबंद किया। क्षेत्र के गांव तारापुर में सरदार जज सिंह, चेयरमैन हरविंदर सिंह, व हरजीत सिंह को शाम तक पुलिस के पहरे में नजरबंद रखा। इस अवसर पर थाना प्रभारी और शासन प्रशासन के अधिकारी लगातार किसानों से पुतला ने फूंकने की अपील करते रहे। खादर क्षेत्र के हस्तिनापुर रामराज जाने वाले मुख्य मार्ग पर पड़ने वाले कई चौराहों पर पुलिस फोर्स तैनात रही। वहीं सुरक्षा के तौर पर फायर ब्रिगेड की मिनी गाड़ी भी थाना पुलिस के साथ लगातार क्षेत्र में गश्त करती रही।
सुबह दस बजे से देर शाम तक क्षेत्र के किसानों को नजरबंद रखा गया। पीएम का पुतला जलाने से रोकने के लिए पुलिस पूरे दिन इधर उधर दौड़ती नजर आई और कोई भी पुतला नहीं जलाने दिया गया। इस अवसर पर नजरबंद रहे सरदार जीवन सिंह ने बताया कि वह अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं शासन प्रशासन उन्हें नजरबंद कर सकता है परंतु उनका अधिकार नहीं छीन सकता। सरकार के कृषि कानूनों को वापस लेने की लगातार मांग की जा रही है इस आंदोलन में कितने ही किसान शहीद हो गए हैं सरकार की आंख खोलने के लिए यह प्रदर्शन किए जा रहे हैं। भाकियू के मंडल महामंत्री नरेश चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता का आदेश मिलने पर आगे कार्यक्रमों पर विचार किया जाएगा। शनिवार को कस्बे के उधम सिंह चौक पर पुलिस ने उन्हें पीएम का पुतला नहीं जलाने दिया।