रायबरेली: कान्हा गोवंश विहार त्रिपुला रायबरेली में गोवंश संरक्षण एवं सुरक्षा सप्ताह गया मनाया

 

 

विधान केसरी समाचार

 

रायबरेली । गोवंश संरक्षण एवं सुरक्षा सप्ताह 25 से 30 अक्टूबर 2021 के अन्तर्गत सैजिटेरियस फार्मा प्रा०लि0 के सहयोग से कान्हा गोवंश विहार त्रिपुला रायबरेली में निराश्रितध्बेसहारा गोवंशों के संरक्षण, संवर्धन, गौशालाओं की स्थिति एवं संचालन, न्याय पंचायत स्तर पर गोवंश आश्रय स्थलों की स्थापना आदि विषयों पर पशु पालक गोष्ठी का आयोजन किया गया। डा0 गजेन्द्र प्रताप सिंह मुख्य पशु चिकित्साधिकारी रायबरेली द्वारा मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गये निर्देश यथा निराश्रित गोवंशीय पशुओं को सड़क पर न छुट्टा घूमना, पशुपालकों के खेतों में न पाया जाना, गाय कीचड़ में न हो आदि विषयों की साप्ताहिक कार्य योजना के साथ तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी तथा समस्त गौशालाओं के नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि निःशुल्क प्राप्त औषधियों का प्रयोग गौशालाओं में संरक्षित बीमार गौवंश की चिकित्सा में ही किया जाये। गौशाला प्रभारी डा0 राम शब्द द्वारा गौशाला संचालन, विभागीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं गोवंश संरक्षण पर प्रकाश डाला। गोष्ठी में डॉ निरंजन द्वारा सचल पशु चिकित्सा वाहन चालकों, पशु चिकित्साविदों, स्वयंसेवी संस्थाओं, गौ सेवा प्रेमियों के द्वारा निराश्रित गोवंशों की चिकित्सा हेतु निःशुल्क उपलब्ध करायी गयी औषधियों के लिये सभी का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे डा० पी० एस० निरंजन ने वर्तमान में विभाग में संचालित विभागीय योजनाओं जोखिम प्रबंधन पशुधन बीमा योजना, गोकुल मिशन योजना, राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम, ग्लैंडर्स एंड फारसी सर्विलेन्स योजना आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी।

 

कार्यक्रम में जिला विकास समिति तथा जीव जन्तु कल्याण बोर्ड की सदस्य पूनम तिवारी एवं उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने भी गोवंश संरक्षण एवं सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम अन्तर्गत अपने-अपने विचार गोष्ठी के माध्यम से दिये। गोष्ठी में सहभागिता कर रहे सैजिटेरियस फार्मा प्रा०लि0 कानपुर के प्रतिनिधि मंजीत कुमार गुप्ता द्वारा निःशुल्क प्रदान की गयी औषधियों के विषय में संक्षेप में प्रकाश डाला। चालकों के प्रतिनिधि के रूप में दिलीप मौर्या, संजय, आलोक साहू, विनोद शुक्ला, विकास चन्द्र, जय प्रकाश दीक्षित, मो० शरीफ, मंगलेश आदि के साथ 50 से अधिक गौ सेवक उपस्थित रहे।