बांदाः शिक्षा जागरूकता अभियान के तहत डीएम बने अध्यापक
विधान केसरी समाचार
बांदा। बुधवार को जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने प्राथमिक स्कूल में पहुंच कर बच्चों को ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाया। डीएम अनुराग पटेल कतरावल गांव के प्राथमिक स्कूल पहुंचे। जहां पर उन्होंने बच्चों की क्लास लगाई। उन्होंने शिक्षा के महत्व को समझाते हुए कहा कि शिक्षा हमारे जीवन को सफल बनाने का महत्वपूर्ण साधन है।
बुधवार को कतरावल गांव में प्राथमिक स्कूल पर डीएम अनुराग पटेल ने बच्चों की क्लास लगाई। उन्होंने शिक्षा के महत्व को समझाते हुए कहा कि शिक्षा हमारे जीवन के लिए बहुत अहम है। शिक्षा प्राप्त ब्यक्ति अपनी इच्छाओं की प्राप्ति करता हैं। देश व समाज को अपनी सेवाएं देने तथा कर्तव्य निर्वहन हेतु भी शिक्षित होना आवश्यक है।
उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मैं भी प्राथमिक स्कूल से पढ़कर कलेक्टर बना हूं।डीएम अनुराग पटेल जब हम बच्चों के बीच पहुंचे तो बच्चे सहमे हुए थे। उसके बाद उनके द्वारा बच्चों से किए गए संवाद से उनके मन की झिझक दूर हुई और बच्चे खुलकर बोलने लगे।बच्चे बच्चियों ने डीएम से प्रश्न भी पूछे जिसका उनके द्वारा माकूल जवाब दिया गया। बच्चों ने कहा कि हम भी आपके जैसा ही डीएम बनना चाहते हैं जिसपर उन्होंने बच्चों की पीठ थपथपाई।
स्मार्ट फोन पाकर गदगद हुई आंगनवाडी कार्यकत्रियां
मुख्य विकास अधिकारी एवं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जिला कार्यक्रम अधिकारी, तथा जिला अर्थ एवम संख्या अधिकारी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट सभागार में 50 आंगनवाडी कार्यकत्रियों स्मार्टफोन वितरित किए गये ।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि निदेशालय, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार द्वारा 1661 स्मार्ट फोन की आपूर्ति आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को वितरण हेतु प्राप्त हुई है। स्मार्ट फोन का उपयोग पोषण ट्रैकर के अन्र्तगत लाभार्थियों की फीडिंग हेतु किया जायेगा। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां प्रशिक्षित की जायेंगी ।कार्यक्रम में समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी , मुख्य सेविकायें , जिला फील्ड समन्वयक आईएम सैम प्रोग्राम यूनिसेफ , जिला समन्वयक राष्ट्रीय पोषण मिशन, समस्त आईसीडीएस स्टाफ तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां मौजूद रही।