लता मंगेशकर के निधन पर बिहार में दो दिनों के लिए राजकीय शोक

 

स्वर कोकिला लता मंगेशकर  का मुंबई में रविवार को निधन हो गया. इसको लेकर देश में दो दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. इस दौरान स्वर कोकिला लता मंगेशकर की याद में देश का तिरंगा झंडा आधा झुका रहेगा. वहीं दूसरी ओर बिहार में भी दो दिनों तक राजकीय शोक मनाने का निर्णय लिया गया है. बिहार सरकार  के संयुक्त सचिव ने पत्र जारी कर यह जानकारी दी है.

छह और सात फरवरी को बिहार में राजकीय शोक मनाया जाएगा. पत्र के माध्यम से जानकारी दी गई है कि इस पूरे अवधि में राज्य में उन सभी भवनों पर जिनपर नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, वह झुका रहेगा. इस पूरे अवधि के दौरान राजकीय समारोह/सरकारी मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे.

लता मंगेशकर के निधन पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भावुक हो गए. बोलते बोलते उनका गला भर आया और आंखों से आंसू निकलने लगे. गिरिराज सिंह ने कहा कि कल बसंत पंचमी थी. मां सरस्वती का आगमन हुआ था. आज मां सरस्वती की हर जगह विदाई हो रही है. मां सरस्वती अपने साथ-साथ अपनी पुत्री लता मंगेशकर को भी साथ ले गईं. लता मंगेशकर सिर्फ स्वर कोकिला नहीं थी देश और राष्ट्र सम्मान का प्रतीक थीं.

उधर, जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने भी शोक जताया. कहा कि हम जब भी मुसीबत में रहे तो उनकी गानों ने हमें शक्ति दी. वो एक साधना, एक तप और जीवन जीने की ऊर्जा का स्रोत थीं. मुस्कुराने के लिए, जीवन जीने के लिए हर पीड़ा में, हर दुखों में, हर संकट में आंतरिक ताकत मन को रोमांचित करता था. लता जी आज हमारे बीच नहीं रहीं और हमलोग को अनंत-अनंत पीड़ा देकर ईश्वर के पास चली गईं. ईश्वर उनके चाहने वालों को ताकत दे.