मऊ: बलिया बोर्ड पेपर लीक मामले में गिरफ्तार पत्रकार हुए रिहा, हुआ भव्य स्वागत
विधान केसरी समाचार
मऊ। बलिया जिले में पेपर लीक होने की खबर छपने से नाराज बलिया के डीएम और एसपी ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए बलिया जिले के तीन पत्रकारों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। गिरफ्तार पत्रकारों के रिहाई के लिए बलिया समेत पूरे प्रदेश के पत्रकार लामबंद होकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। मंगलवार को 28 दिन के बाद पत्रकारों की रिहाई हुई।
पेपर लीक कांड में बलिया के तेज तर्रार पत्रकार दिग्विजय सिंह , अजीत ओझा और मनोज गुप्ता की जमानत सोमवार को हुई थी। पुलिस की विवेचना के दौरान पत्रकारों के विरुद्ध कोई भी साक्ष्य नहीं मिले थे। अब तीनो पत्रकारों पर केवल आईटी एक्ट के तहत ही पुलिस कार्रवाई कर रही है। आगे भी आईटी एक्ट के तहत पत्रकारों के विरुद्ध पुलिस प्रशासन के पास कोई ठोस सुबूत न होने के वजह से तीनो पत्रकारों के निर्दोष होने की उम्मीद है। मंगलवार को आजमगढ़ मंडल कारागार से जैसे ही पत्रकार बाहर आये जेल के बाहर मौजूद पत्रकारों ने फूल माला पहना कर अपने धुरंधर साथियों का अभिवादन किया।
आजमगढ़ से निकलने के बाद मुहम्दाबाद गोहना में भी पत्रकारों का स्वागत हुआ। मऊ जनपद पर निर्धारित समय से लगभग ढाई घंटे देर से पहुंचे पत्रकारों का गाजीपुर तिराहा पर संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के बैनर तले जिले के पत्रकारों ने बलिया के निर्भीक पत्रकारों का स्वागत किया। इस अवसर पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरिद्वार राय , महामंत्री प्रदीप सिंह , वेद मिश्रा, विनोद सिंह , अमरेश सिंह , पुनीत श्रीवास्तव, रजनीकांत पांडेय, अशोक पटवा , आदर्श कुमार सिंह , जाहिद इमाम , शुभम उपाध्याय, कृष्णा कुमार तिवारी , दुर्गा मिश्रा , सुभाष यादव, अफजल शाक्या, सतीश मिश्रा, मानवाधिकार कार्यकर्ता अरविन्द मूर्ति, राजेश गिहार समेत सैकड़ो लोगों ने बलिया के पत्रकारों का स्वागत किया।