गजरौला: सीएचसी में 45 मिनट गुल रही बिजली ओपीडी में भीषण गर्मी में मरीज हुए परेशान, डॉक्टरों ने टॉर्च की रोशनी में इलाज किया
विधान केसरी समाचार
गजरौला । सीएचसी में बिजली सप्लाई बाधित होने से भीषण गर्मी में मरीज परेशान हो गए। तीमारदार हाथ से मरीजों को पंखा करते रहे। डॉक्टरों ने टॉर्च की रोशनी से मरीजों को देखा। करीब 45 मिनट तक अस्पताल में बिजली आपूर्ति बाधित रही। अस्पताल का जेनरेटर चार महीने से खराब है। कार्यवाहक सीएमओ ने जांच करवाकर कार्रवाई की बात कही है।
सीएचसी गजरौला में बिजली सप्लाई बंद होने के कारण दवाई लेने आए मरीज भीषण गर्मी में परेशान हो गए। सोमवार की दोपहर लगभग 11 बजे बिजली सप्लाई बंद होने से अस्पताल के अंदर भीषण गर्मी में मरीज परेशान दिखे। डॉक्टर भी मोबाइल की टॉर्च जलाकर कमरे में बैठकर भीषण गर्मी में मरीजों को देखते नजर आए। सीएचसी का जनरेटर पिछले करीब 4 माह से खराब है और उसको अभी तक ठीक नहीं कराया गया।
सीएमओ बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई
लाइट जाने पर जनरेटर न होने से सीएचसी में अंधेरा पसर जाता है। इस संबंध में कई बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हंगामे जैसी स्थिति भी बन चुकी है। इसके बावजूद जनरेटर को ठीक नहीं कराया गया। इसका खामियाजा सोमवार की दोपहर दवाई लेने आए मरीजों को भुगतना पड़ा। भीषण गर्मी में मरीज अस्पताल के अंदर हाथ से हवा करते दिखाई दिए। वहीं, अपने कमरे में बैठे डॉक्टर भी मोबाइल की टॉर्च जलाकर मरीजों का इलाज करते और एक हाथ से पंखा हिलाते नजर आए। अमरोहा कार्यवाहक सीएमओ राजेश गंगवार ने बताया है कि अस्पताल में बिजली न होने की शिकायत मिली है, जांच करवाकर कार्रवाई कराई जाएगी।
भीषण गर्मी से बिना दवा लिए लौटा मरीज
मोहल्ला बस्ती की रहने वाले जितेंद्र कुमार का कहना है कि वह गजरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी पत्नी की दवाई लेने के लिए आए थे। लाइट जाने से भीषण गर्मी हो रही थी। इस दौरान जिस कक्ष से उसे दवाई लेनी थी उस कक्ष में डॉक्टर तो बैठी थी, लेकिन मोबाइल की टॉर्च जला कर दवा दे रही थीं। चैहान पुरी निवासी प्रमोद कुमार का कहना है कि वह सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गजरौला से दवा लेने के लिए आया हुआ था। करीब 45 मिनट उसे भीषण गर्मी में ही इंतजार करना पड़ा और गर्मी ज्यादा होने के कारण वह बिना दवा लिए ही वापस चला गया।
भीषण गर्मी से बिना दवा लिए लौटा मरीज
मोहल्ला बस्ती की रहने वाले जितेंद्र कुमार का कहना है कि वह गजरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी पत्नी की दवाई लेने के लिए आए थे। लाइट जाने से भीषण गर्मी हो रही थी। इस दौरान जिस कक्ष से उसे दवाई लेनी थी उस कक्ष में डॉक्टर तो बैठी थी, लेकिन मोबाइल की टॉर्च जला कर दवा दे रही थीं। चैहान पुरी निवासी प्रमोद कुमार का कहना है कि वह सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गजरौला से दवा लेने के लिए आया हुआ था। करीब 45 मिनट उसे भीषण गर्मी में ही इंतजार करना पड़ा और गर्मी ज्यादा होने के कारण वह बिना दवा लिए ही वापस चला गया।