मेरठ: उत्तरी भारत वस्त्र अनुसंधान संघ का विद्यार्थियों ने किया शैक्षिक भ्रमण
विधान केसरी समाचार
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के नंदलाल बोस सुभारती कॉलिज ऑफ फाइन आर्ट्स एंड फैशन डिजाइन के फैशन और वस्त्र डिजाइन विभाग द्वारा उत्तरी भारत वस्त्र अनुसंधान संघ गाजियाबाद का एक दिवसीय शैक्षिक भ्रमण किया गया।
फाईन आर्ट कॉलिज के प्राचार्य और डीन डा. पिंटू मिश्रा ने सभी विद्यार्थियों को उनके सीखने और उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधि से विद्यार्थियों में कार्य अनुभव आता है।
फैशन और वस्त्र डिजाइन विभागाध्यक्षा डा. नेहा सिंह ने बताया कि शैक्षिक भ्रमण में उत्तरी भारत वस्त्र अनुसंधान संघ द्वारा विद्यार्थियों को वस्त्र एवं डिजाइन से सम्बंधित समस्त जानकारी प्रदान की गई है।
श्री विवेक अग्रवाल डीन, कपड़ा प्रौद्योगिकी विभाग और श्री विनीत त्यागी वरिष्ठ प्रबंधक ने छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने उत्तरी भारत वस्त्र अनुसंधान संघ द्वारा कपड़े, यार्न और फाइबर के निरीक्षण के इसके मानदंड को समझाया। इसके साथ ही विद्यार्थियों ने वीविंग यूनिट, स्पिनिंग यूनिट, फाइबर से यार्न की कार्य प्रक्रिया को देखा। विद्यार्थियों ने पारंपरिक करघा और तकनीक हथकरघा से पावरलूम तक आगे बढ़ी यह भी देखा।
फिजिकल टेस्टिंग लैब में विभिन्न मापदंडों जैसे ड्रेपेबिलिटी, फैब्रिक की स्ट्रेंथ टेस्टिंग, फैब्रिक का फोर्स टेस्ट, पिलिंग टेस्ट, डायमेंशन स्टेबिलिटी टेस्ट, ट्विस्ट ऑफ द टेक्सटाइल्स के लिए टेक्सटाइल के परीक्षण की मशीनरी और उपकरण देखे। रासायनिक प्रयोगशाला में परीक्षण पसीने के लिए रंग स्थिरता, सूखी सफाई, पानी, सूरज की रोशनी, आदि, पानी प्रतिरोधी कपड़े, प्रकाश के खिलाफ स्थिरता, संकोचन से बचने हेतु तकनीक को बारीकि से समझा।
परिधान निर्माण इकाई में मशीनरी लिंक सिंगल लॉक स्टिच मशीन, डबल लॉक स्टिच मशीन, ओवर लॉक मशीन, इंटरलॉक मशीन, बटन टकर और बटन होल मशीन, फैब्रिक कटिंग नाइफ, फ्यूजिंग का उपयोग करके परिधान के निर्माण विधि को विद्यार्थियों ने समझा।
इस अवसर पर डा. अर्पणा कंबोज, श्रद्धा यादव, अनीशा आनंद सहित फैशन और टेक्सटाइल डिजाइन के विद्यार्थी उपस्थित रहे।