वाराणसी: 15वीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सौम्यता में दृढ़ता की प्रतीक- रीता बहुगुणा जोशी
विधान केसरी समाचार
वाराणसी। द्रौपदी मुर्मू जी बहुत ही सौम्य स्वभाव की हैं। वो भारत की विचारधारा सौम्यता में दृढ़ता की प्रतीक हैं। उनके 15वें राष्ट्रपति बनने से हम सभी महिलाएं खुश हैं। उक्त बातें वाराणसी पहुंची प्रयागराज की सांसद और भाजपा की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने सर्किट हाउस में कहीं।
राष्ट्रपति चुनाव की संसदीय मतों की गिनती समाप्त होने के बाद अब विधायकों के मतों की गिनती हुई। इस दौरान वाराणसी में मौजूद प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की प्रचंड बहुमत से जीत हुई है। ये जीत भारत की उस सोच की है जिससे हम भारत के लोकतंत्र को मजबूत कर सकते हैं।
उन्होंने द्रौपदी मुर्मू के लिए कहा कि 10 करोड़ की आबादी का प्रतिनिधित्व करती हैं हमारी ये आदीवासी बहन। उन्होंने कठिन परिस्थितियों से निकलकर अपना स्थान बनाया और पहले विधायक, फिर मंत्री और राज्यपाल बनीं। उनका सौम्य स्वभाव भारत की सौम्यता में दृढ़ता विचारधारा का प्रतीक है।
राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग को लेकर कई दलों से घटक दलों के अलग-थलग होने पर उन्होंने कहा कि जब चुनाव आएगा तो ये साथ होंगे पर उसके बिखरना तय है क्योंकि ये सिर्फ चुनाव का गठबंधन होता है। ये सैद्धांतिक गठबंधन नहीं करते। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की पर अपने किसी साथी को पीछे नहीं छोड़ा। रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि मैं 30 सालों से सक्रीय राजनीति में हूं। गठबंधन की राजनीति 1990 से शुरू हुई पर चाहे वो कांग्रेस के विरुद्ध रहा हो या भाजपा के विरुद्ध, कोई भी गठबंधन चुनाव के बाद नहीं टिका क्योंकि वो सैद्धांतिक नहीं चुनावी गठबंधन था।