वाराणसी: बाढ़ की वजह से नींद गायब, गंगा आरती के स्थल में बदलाव
विधान केसरी समाचार
वाराणसी। गंगा का जलस्तर बढ़ने पर घाटों पर पंड़ों के तख्त ऊंचे स्थानों पर पहुंचने लगे हैं। गंगा आरती स्थल में भी बदलाव किया गया है। ऊंचे स्थानों पर चिताएं सजने लगी हैं।अब छतों और गलियों में चिताएं जलाने का क्रम जल्द ही शुरू हो सकता है। दरअसल, गंगा में बढ़ाव का रुख लगातार बना हुआ है। बाढ़ की वजह से गंगा के किनारे बसे क्षेत्रों में चिंता शुरू हो गई है, जबकि वरुणा नदी के पलट प्रवाह की वजह से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
बीते दिनों से मैदानी भागों आरंभ हुए गंगा के जलस्तर में वृद्धि का क्रम लगातार बना हुआ है। हालांकि, बीते 24 घंटों में इस वृद्धि दर में कुछ कमी आई है। वाराणसी में 40 मिमी प्रति घंटा की दर से बढ़ रहे पानी का वेग कम हुआ है और अब यह बढ़त काफी सुस्त हो गई है। मध्य गंगा खंड तृतीय कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वाराणसी, बलिया और प्रयागराज में गंगा का जलस्तर 10 मिमी प्रति घंटा के वेग से बढ़ रहा था। गाजीपुर में यह वृद्धि दर 30 मिमी प्रति घंटा और मिर्जापुर में 20 मिमी प्रति घंटा दर्ज की गई है।