अंबेडकरनगर: दीपक सिंह रघुवंशी के ट्रांसफर होने के बाद जनता आज याद कर रही है
विधान केसरी समाचार
अंबेडकरनगर। अकबरपुर सदर कोतवाल रहे शिव दीपक सिंह रघुवंशी ने कुछ ऐसा काम कर दिया कि हर जुबां पर उनकी प्रशंसा और वाहवाही हो रही है। एक बात तो 100ः सही है उनके आने के बाद चमचो और दलालों की छुट्टी हो गई थी। दलालों के चंगुल से अकबरपुर कोतवाली को मुक्त कराएं। फरियादियों की पीड़ा को गौर से सुनते हुए उसका निस्तारण भी करते थे। वैसे तो बेदर्द खाकी, जालिम पुलिस, पुलिस की गुंडागर्दी , पुलिस का नाम आते ही जेहन में कुछ इसी तरह के सवाल उठते हैं, लेकिन अकबरपुर सदर कोतवाल रहे दीपक रघुवंशी एक ऐसे पुलिस ऑफिसर जिनके ट्रांसफर के बाद जनता आज भी उन्हें याद करती है।
अकबरपुर प्रभारी इंस्पेक्टर रहे दीपक सिंह रघुवंशी। जो बखूबी अपने नाम की तरह ही अपनी ड्यूटी के दौरान दायित्वों का निर्वहन करते थे। उन्होंने कई बार पुलिसकर्मियों को सलाह देते हुए कहा था कि,पुलिस की ड्यूटी 24 घण्टे की होती है लेकिन हमें यही 24 घण्टे को 48 घण्टों में बदलना होगा, तभी शहर का अपराध कम पड़ेगा। पीड़ित को कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत चैकी पर न्याय मिल जाए तो उसे उच्चाधिकारियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। पुलिस के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ाने के लिए लिए पीड़ित को त्वरित न्याय दिलाया जाएगा व अपराधियों पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। अंबेडकर नगर जिले के पुलिस विभाग के ऐसे पुलिस कर्मी है, जो मित्र पुलिस के टैग को जिंदा किये हुए हैं। शासन के निर्देशों का पालन करते हुए पीड़ितों से मित्रवत पेश आकर समस्याओं का निराकरण करने वाले थानाध्यक्ष के स्थानांतरण के बाद लोगों में चर्चा का विषय है। अकबरपुर कोतवाली के किस सिस्टम को कुछ हद तक सुधार दिया था, कोई कितना भी बड़ा पावरफुल रहे हैं एक नहीं चलती थी। दीपक सिंह रघुवंशी बीते दिनों कोरोना वायरस की चपेट में आने के कारण उन्होंने उनका ट्रांसफर हो गया। जनता आज भी उनके बेहतरीन कामों को याद कर रही है।