आगरा: मुंशी प्रेम चंद के जन्मोत्स्व पर किया नमन
विधान केसरी समाचार
आगरा /फतेहपुर सीकरी। विकास खंड के गांव पूरा में अखंड भारत परशुराम सेना के कार्यकर्ताओं ने कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद के जन्मोत्सव पर याद करते हुए उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर उन्हें नमन किया।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि धनपत राय श्रीवास्तव जो प्रेमचंद के नाम से जाने जाते हैं उनका जन्म 31 जुलाई 1880 बनारस के लमिह मे हुआ वो हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे। उन्होंने गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास तथा कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, दो बैलों की कथा आदि तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं। उनमें से अधिकांश हिन्दी तथा उर्दू दोनों भाषाओं में प्रकाशित हुईं उन्होंने हिन्दी समाचार पत्र जागरण तथा साहित्यिक पत्रिका हंस का संपादन और प्रकाशन भी किया। इसके लिए उन्होंने सरस्वती प्रेस खरीदा जो बाद में घाटे के कारण बन्द करना पड़ा जिसके बाद प्रेमचंद फिल्मों की पटकथा लिखने मुंबई गए जीवन के अंतिम दिनों तक वे साहित्य सृजन में लगे रहे इस अवसर पर दिनेश चंद शात्री, शिशुपाल कटारा, विपिन अग्रवाल,वासुदेव वसिष्ठ, पुरसोत्तम वसिष्ठ,प्रमोद मुडसेनिया,पुरु शर्मा,गौरव गर्ग,श्यामसुंदर कटारा,विवेक झा,मुकेश सैनी,ओमप्रकाश शुक्ला,ब्रजेश शुक्ला,आदि उपस्थित रहें।