प्रतापगढः महंगाई तथा बेरोजगारी की जवाबदेही से बचने के लिये मोदी सरकार संसद में गतिरोध का बना रही माहौल-प्रमोद तिवारी
विधान केसरी समाचार
लालगंज/ प्रतापगढ़। कांग्रेस के राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी, ने कहा है कि केन्द्र की मोदी सरकार अब संसदीय मर्यादाओं को भी ताख पर रखकर रोज बढ़ती महंर्गइा तथा बेरोजगारी व राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की दयनीय हालात से बचने के लिये विपक्षी नेताओं के भी लगातार उत्पीड़न पर अमादा है । श्री तिवारी ने कहा कि संसद का सत्र चल रहा है इसके बावजूद संसद सदस्य सोनिया गॉधी व सांसद राहुल गांधी और राज्य सभा मे कांगे्रस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को इसलिये ई.डी. से सम्मन भेजवा रही है ताकि संसद में गतिरोध उत्पन्न हो और महंगाई तथा बेरोजगारी व बिगड़ती अर्थव्यवस्था पर चर्चा न हो सके ।
शुक्रवार को जारी बयान में श्री तिवारी ने कहा कि सरकार के इशारे पर हो रही इस प्रकार की कार्यवाही इरादतन सरकार की बदनीयति है कि जब संसद का सत्र चल रहा हो तो उसी बीच सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी ई.डी. से सम्मन भिजवाया गया। उन्होंने सरकार पर तगड़ा हमला करते हुये कहा कि अब तो सरकार की दूषित मंशा यहां तक आ पहुंची कि संसद के जारी रहने के बींच ही राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे तक को वह एक जांॅच एजेंसी के द्वारा सम्मन भिजवाकर ताना’ााही का निन्दनीय परिचय तक दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की मंशा स्पष्ट है कि संसद में किसी तरह गतिरोध उत्पन्न कराकर इन मुद्दों पर सरकारी जवाबदेही से बचा जा सके । श्री तिवारी ने कहा कि इस समय मोदी सरकार की अदूरदर्शिता के चलते प्रति व्यक्ति की आमदनी/ आय लगातार कम हो रही है। जी.डी.पी. की गिरावट अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में समूचे देश के लिये चिंताजनक हालात बना चुकी है। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी, मध्यम वर्ग, किसान की आय घट रही है और सरकार के संरक्षण के चलते कर्ज में डूबे अडानी की आय इस समय इतना बढ़ गयी है कि वह एशिया के सबसे अमीर लोगों की श्रेणी में आ गये हैं ।
उन्होने कहा कि पूंजीपति अडानी अमीर हो रहे हैं और देश की जनता दो वक्त की रोटी के लिये भी मोहताज होने की स्थिति में आ गयी है । सीडबल्यूसी मेम्बर प्रमोद तिवारी ने महंगाई पर मोदी सरकार की घेराबंदी करे हुये कहा है कि गेहूं पर जी.एस.टी. तथा चावल को भी आम आदमी की पहुच से दूर करते हुये खाद्य पदार्थो की कीमत इस कदर उछाल पर आ गयी है कि मध्यम वर्ग को घर की रसोईं तक चलाने में नाको चने चबाने पड़ रहे हैं ।श्री तिवारी ने कहा कि संसद की पवित्र एवं प्राचीन परम्परा रही है कि जब सदन चल रहा हो तो किसी भी सदन के सदस्य को कार्यवाही के बींच में कोई भी सरकारी एजेंसी सम्पन्न नहीं भेजा करती । उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुये ई.डी. जैसी जांॅच एजेंसी को संसद सदस्यों की गरिमा पर भी चोट पहुंचाने की खतरनाक आजादी दे रखी है। श्री तिवाारी ने कहा कि कांग्रेस के पहले से घोषित महंगाई तथा बेरोजगारी व केन्द्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर राष्ट्र व्यापी विरोध मार्च से घबराई मोदी सरकार ने सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी के साथ लोकतांत्रिक मार्च करते हुये संसद सदस्य के रूप में उनकी तथा अन्य कांगे्रस के सांसदों व पार्टी के नेताओं की गिरफ्तारी कराकर अपनी घबराहट का ही परिचय दिया है ।श्री तिवारी ने कहा कि मार्च के दौरान उन्होंने शुक्रवार होने के बावजूद काला परिधान इसलिये धारण किया कि बेरोजगारी तथा महंगाई पर मोदी सरकार जवाबदेही के लिये सद्बुद्धि का प्राप्त कर सके । श्री तिवारी का बयान यहां मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत किया गया है ।