बाराबंकीः छात्रावास में किया जा रहा है पुरानी ईट का इस्तेमाल
विधान केसरी समाचार
रामनगर /बाराबंकी। कस्तूरबा विद्यालय के बनवाए जा रहे छात्रावास के निर्माण में पुरानी ईट का इस्तेमाल किया जा रहा है और मौरंग के बजाय डस्ट प्रयोग में लाई जा रही है कार्यदाई संस्था के अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से निर्माण कार्य में जबरदस्त तरीके से धांधली कर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान एवं अन्य ग्रामीणों ने अधिकारियों को सूचित किया है। मामला रामनगर ब्लाक के कस्बा गनेशपुर का है। यहां कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का छात्रावास बनवाया जा रहा है इसके निर्माण कार्य में ठेकेदार के द्वारा पुरानी ईद प्रयोग में लाई जा रही है और बहुत ही घटिया सामग्री इस्तेमाल की जा रहे मौरंग के बजाय डस्ट का प्रयोग हो रहा है प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने के सख्त निर्देश अधिकारियों को दिए जा रहे हैं लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त जिम्मेदार अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों निर्देशों को बता बता रहे हैं इसका जीता जागता उदाहरण कस्तूरबा गांधी विद्यालय के छात्रावास निर्माण में देखने को मिल रहा है जहां ठेकेदार के द्वारा अधिकारियों से सांठगांठ कर बेखौफ होकर बड़े पैमाने पर धांधली की जा रही और नई एक की जगह पुरानी ईट का प्रयोग किया जा रहा है।
जेई और अभियंता भी इस खेल में पूरी तरह से शामिल। घटिया निर्माण कार्य सूचना पाकर ग्राम प्रधान अशोक कुमार एवं पूर्व प्रधान दीपू अवस्थी ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे और इस घटिया निर्माण की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। फिलहाल निर्माण कार्य ग्रामीणों के विरोध के चलते रोक दिया गया है अभी भ्रष्ट अधिकारियों ठेकेदार पर कार्रवाई होगी अथवा नहीं या तो समय बताएगा।