हरिद्वारः दलित छात्र की हत्या के विरोध में वाल्मिकि समाज ने निकाला कैंडल मार्च
विधान केसरी समाचार
हरिद्वार। राजस्थान के जालौर में स्कूल में दलित समाज के एक छात्र द्वारा अध्यापक के पानी के घड़े को छूने पर अध्यापक द्वारा छात्र की पीट-पीट कर हत्या किए जाने के विरोध में ज्वालापुर स्थित घासमंडी वाल्मीकि बस्ती के लोगों ने वार्ड उत्थान सेवा समिति के बैनर तले कैंडल मार्च निकालकर मृतक छात्र की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा और मृतक छात्र के परिजनों को न्याय दिए जाने की मांग की। इस दौरान विधायक इंजीनियर रवि बहादुर ने कहा कि देश में दलित समाज पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं। सोशल मीडिया व मीडिया के माध्यम से दलितों की हत्या, दलित समाज की बच्चियों के साथ रेप जैसी घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं। लगातार हो रही घटनाओं से साफ है कि दलित समाज के प्रति छूआछूत की भावना आज भी समाज में विद्यमान है। देश में शिक्षा का स्तर बढ़ने के बावजूद दलित समाज के प्रति अत्याचार की घटनाएं होना बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि वे दलित समाज के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़े हैं और बच्चे को इंसाफ दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। यदि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द इंसाफ नहीं मिला तो दलित समाज के साथ सड़कों पर उतर कर दलित विरोधी मानसिकता रखने वालों के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे। वार्ड उत्थान सेवा समिति के अध्यक्ष अमित मंगोलिया व महामंत्री सुनील दत्त, कोषाध्यक्ष अमरदीप छाछर, उपाध्यक्ष विनय गोगलिया ने प्रधानमंत्री से मांग करते हुए कहा कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द इंसाफ दिया जाए।
जिससे कि दलित समाज पर हो रहे अत्याचारों पर रोक लग सके। समिति के संरक्षक चैधरी अरविंद चंचल ने कहा कि समस्त वाल्मीकि समाज दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ है। सुनील राजोर ने कहा कि दलित समाज के प्रति तुच्छ मानसिकता रखने वालों को समझ जाना चाहिए कि दलित समाज जागरूक हो चुका है और न्याय के लिए सड़कों पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेगा। कैंडल मार्च में शोभाराम गोगलिया, मन्नू सूद, अनिल तेश्वर, प्रेम प्रधान, सत्येंद्र चंचल, अशोक हवलदार, दिनेश कपाड़िया, धनेश छाछर, मयंक सिंह, राजेश खन्ना, कुसम पाल, आत्माराम, गोविंदा तेश्वर, लक्ष्मीचंद हवलदार, बॉबी चंचल, अमरीश चंचल, संजीव चंचल, एजाज, उस्मान, राशिद, नोशाद, नासिर सहित बड़ी संख्या में युवा शामिल रहे।