एटा: लंबे अरसे से एक ही कुर्सी पर बोझा बने ओझा, पीसीएस चाचा ने दी थी खैरात में कुर्सी

विधान केसरी समाचार

एटा । लंबे अरसे से एक ही विभाग और एक ही कुर्सी से चुपके बोझा बने पढ़े ओझा कि अपनी पकड़ भी इतनी मजबूत होगी शायद किसी को उम्मीद नहीं होगी लेकिन इस बात की भले रवि जवान ही सही लेकिन चर्चा खासी है और उनके अपने विभाग से लेकर अन्य विभाग के लोग भी इस विषय को लेकर हैरान हैं हालांकि इसके पीछे कारण भले ही जो हो लेकिन सूत्र बताते हैं कि एटा जिला कलेक्ट्रेट के विनियमित क्षेत्र कार्यालय के बाबू मुकुट मणि ओझा विगत लंबे अरसे से विनियमित क्षेत्र नक्शा विभाग में नक्शा बाबू की कुर्सी पर जमे पड़े हैं जो ना सिर्फ हैरान कर देने वाला मामला है बल्कि लोगों की समझ से बाहर है सूत्रों की माने तो सूत्र बताते हैं की विगत करीब 40 वर्ष से नक्शा विभाग में नक्शा बाबू के पद पर विराजमान मुकुट मणि ओझा को उनके एक रिश्तेदार जो एटा में पीसीएस अधिकारी थे उन्होंने अपने भतीजे के रूप में मुकुट मणि ओझा को इस विभाग में अस्थाई कर्मचारी के तौर पर चिपका दिया।

उसके बाद स्थाई नौकरी हासिल कर ली और तब से लेकर आज तक नक्शा बाबू मुकुट मणि ओझा अपनी चाचा द्वारा खैरात में दी गई उसी विवाह की कुर्सी से चिपके हुए हैं हालांकि सूत्रों और जानकारी की माने तो यह विभाग कमाई और मलाई वाला विभाग है क्योंकि इस विभाग का काम दुकानों मकानों और बबलू का नक्शा पास करना अनादि प्रमाण पत्र जारी करना है यही नहीं प्रतिबंधित संपत्ति और अवैध कब्जे के मामले में नोटिस आदेश जारी करके उनके उनके बेध अवैध होने की रिपोर्ट प्रशासन को भेजना और उनको ध्वस्त कराने में भी इस विभाग की मुख्य भूमिका होती है बरहाल गले तो यह नहीं उतरता विजय की सरकार और शासन के सख्त नियम निर्देशों के बाद भी ओझा जी एक ही जिला एक ही विभाग और एक ही कुर्सी पर जमे हुए हैं तो कोई खास चमत्कार तो है लेकिन क्या यह आज तक पर्दे के पीछे है जिस पर कोई बोलने को तैयार नहीं है।