शीशगढः अगर इज्जत चाहिए तो अपने नबी से रिश्ता मजबूत करना होगा-मुफ्ती मोहम्मद सलमान अजहरी

विधान केसरी समाचार

शीशगढ़। सर जमीने शीशगढ़ के बिलासपुर अड्डा पर बुधवार की रात्रि एक अजीमोशान यादगारे शहीदे आजम कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया। मौलाना मोहम्मद तौफीक अहमद नईमी की सदारत में हुए कांफ्रेंस में मुम्बई से आऐ मुफ्ती मोहम्मद सलमान अजहरी साहब ने अपने व्यान में कहा कि अगर मुसलमान को इज्जत चाहिए तो अपने नबी से अपना रिश्ता मजबूत करना होगा। वरना दुनिया में दर दर रूसवाई होगी । मुसलमानों को जब जब इज्जत मिली है नबी के दर से ही मिली है।

बराऔ संचालन करते हुए कारी जफर बज्मी साहब शीशगढ़ ने कहा कि जो चट्टानों से टकराए उसे ईमान कहते हैं।कहा कि इस्लाम नफरत फैलाने नहीं दुनिया में अमन शांति और मोहब्बत फैलाने आया है। शायर मोहम्मद अली फैजी ने अपनी शायरी से रंग जमाया।शायर इस्लाम बरकाती ने नात पढ़ते हुए कहा कि जेसे मेरे सरकार है वैसा नहीं कोई। आखिर में बरेली शरीफ से आऐ दर्गाह आला हजरत के सज्जादानशीन मौलाना अहसन रजा खां कादरी ने मुल्क और कौम के लिए हाथ उठाकर दुआ फरमाई।सबसे पहले मौलाना अहसान रजा खां के शीशगढ़ आगमन पर जोर दर इस्तकबाल किया गया।इस अवसर पर मौलाना अशीरुद्दीन, मौलाना अफजाल, मौलाना शकील,निजार माहिम,इस्लाम ब्रर्काती,मौलाना नशीरुद्दीन,बदरुल हक,खलीक अहमद,अजहरुद्दीन, मोहशिन, परवाज,मुस्तजॉब,सब्बू, बकार,आदि मौजूद रहे।