वाराणसी: कम हुआ पानी, बढ़ी परेशानी
विधान केसरी समाचार
वाराणसी। गंगा अब चेतावनी बिंदु के नीचे बहने लगी हैं। बीते 26 अगस्त को आधीरात गंगा खतरे का लाल निशान लांघी थीं। जलस्तर हर घंटे आठ सेंटीमीटर की रफ्तार से कम हो रहा है। वहीं, गंगा सहित वरुणा का पानी कम होने से तटवासियों में राहत की लहर है। सभी अब पानी नहीं बढ़ने की प्रार्थना कर रहे हैं। बाढ़ का पानी उतरने के साथ ही प्रभावित क्षेत्रों की दुश्वारियां भी लगातार बढ़ती जा रही है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को मच्छरों के प्रकोप से बचाने के लिए एंटी लारवा का छिड़काव कराने के साथ ही फॉगिंग पर विशेष जोर दिया जा रहा है। जिससे कि लोगों को मच्छरों के प्रकोप से बचाया जा सके। आम तौर पर बरसात के मौसम में जल भराव और गंदगी से डेंगू, मलेरिया का खतरा बना रहता है। जिला मलेरिया अधिकारी एससी पांडेय ने बताया कि गंगा में आई बाढ़ की वजह से भी पानी जमा है। ऐसे में डेंगू मलेरिया की संभावनाओं को देखते हुए छिड़काव कराया जा रहा है। एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डूडा से 15 कर्मियों को मांगा है, जो विभिन्न इलाकों में एंटी लार्वा का छिड़काव कर रहे हैं।