रायबरेलीः भ्रष्टचार की बुनियाद पर रिहायशी इलाके में खड़ा होटल, स्थानीय लोगों के लिए बना सरदर्द, मानकविहीन होटल पर प्रशासन भी महरबान

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रायबरेली। लखनऊ के एक होटल में आग की तबाही के बाद आखिरकार जिला प्रशासन हरकत में आया है। जबकि अधिकतर होटल मानकों को दरकिनार करके अर्से से बदस्तूर संचालित है। जिनमें बेलीगंज व मधुबन मार्केट के मध्य संचालित एक होटल खुले आम मानकों की धज्जियाँ उड़ा रहा है।

शहर के बेलीगंज व मधुबन मार्केट के मध्य रिहायशी इलाके में संचालित एक होटल रायबरेली विकास प्राधिकरण को गुमराह कर रहा है। वहीं दूसरी ओर होटल के मानकों को धता बताकर लम्बे समय से संचालित है। हम यूँ ही नहीं कर रहे हैं। होटल के सम्बंध में कुछ साक्ष्य हमारे हाथ लगे हैं। दरअसल इस होटल के मालिक द्वारा आरडीए में दिये गये होटल के मानचित्र में कुल क्षेत्र 495.17 वर्ग मीटर दर्शाया गया है। लेकिन वास्तव में होटल का निर्माण दर्शाये गये मानचित्र से अधिक क्षेत्र में बना है। नहीं इस होटल का मात्र क्षेत्रफल ही अधिक नहीं है अपितु आरडीए में दिये गये मानचित्र के अनुसार बिल्डिंग उसके विपरीत निर्मित है इस होटल में पार्किंग तो दर्शाया गया है लेकिन मौके पर कहीं पार्किंग व्यवस्था नहीं है। बल्कि मानकों को धता बताकर होटल के सामने ही कार्यालय बनाकर खड़ा कर दिया गया है और पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह से चैपट हो गई।

जिससे किसी कार्यक्रम के होने पर राम कृपाल चैराहे से मधुबन रेलवे क्रॉसिंग तक लोगों को भयंकर जाम की स्थिति से जूझना पड़ता है। इसकी लेकर कई बार स्थानीय लोगों ने मामले की शिकायत की लेकिन होटल मालिक के रसूख के आगे प्रशासन की उसके गिरेबान तक पहुँचने की जुर्रत नहीं हुई। फिलहाल यदि प्रशासन ने जल्द ही कोई ठोस कदम न उठाया तो लखनऊ के होटल में हुए हादसे जैसा यहाँ भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।