गोला गोकर्णनाथ खीरीः भाजपा को लगा बडा झटका, विधायक अरविन्द गिरि का निधन, जनपद में दौडी शोक की लहर
विधान केसरी समाचार
गोला गोकर्णनाथ खीरी। भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय विधायक अरविन्द गिरि का हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उनके निधन की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई जिसके बाद भारी संख्या में हुजूम उनके अन्तिम दर्शन के लिए उमड पड़ा। प्रशासन ने भारी पुलिस बल ग्राम लाल्हापुर में तैनात कर दिया है।
बताते चलेकि विधायक अरविन्द गिरि सुबह पांच बजे लखनऊ बैठक में शामिल होने के लिए जा रहे थे सिधौली के निकट उनको हार्ट अटैक पड गया, जिसके बाद उन्हे एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। जिसके बाद उनका पार्थिक शरीर ग्राम लाल्हापुर स्थित फार्म हाउस पर लाया गया। जहां पहले से मौजूद गोला विधानसभा की जनता ने उन्हे अश्रृपूर्ण श्रृद्वांजलि अर्पित की। प्रबन्धक प्रधानाचार्य कल्याण समिति के अध्यक्ष विजय शुक्ला रिंकू, महामंत्री शैलेन्द्र सक्सेना, कोषााध्यक्ष अनुज खरे ने पूर्व में निििश्चत शिक्षक सम्मान समारोह को स्थगित करते हुए पूरी टीम के साथ पहुंचकर पार्थिक शरीर को श्रृद्वांजलि अर्पित की। श्रृद्वाजंलि अर्पित करने वालों में वरिष्ठ पत्रकार व अवकाश प्राप्त अंग्रेजी प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा, देशराज वर्मा, करन सिंह, श्रीकृष्ण शर्मा, सचिन शर्मा, संदीप शुक्ला, पंकज मिश्र, प्रमोद वर्मा, अविनाश वर्मा, श्याम किशोर अवस्थी, मंदीप वर्मा, भाजपा नेता बालकृष्ण गुप्ता, अधिवक्ता संदीप अवस्थी, अनुराग गुप्ता, रामगुलाम पाण्डेय, भोली गिरि, महेन्द्र शर्मा सहित भारी संख्या में जनसैलाब उमडता रहा।
अरविंद का राजनीतिक सफरनामा-
1993 – छात्र जीवन से राजनीति में आए।
1994-सपा की सदस्यता ग्रहण कर सक्रिय राजनीति की शुरुआत
1995 -रिकार्ड मतों से चुनाव जीतकर गोला पालिकाध्यक्ष बने
1996-13 वीं विधान सभा में सपा के टिकट पर पहली बार 49 हजार मत पाकर विधायक बने।
1998-1999 सदस्य, लोक लेखा समिति
2000 मंे दोबारा पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष
2002 – सपा के टिकट पर 14वीं विधान सभा के दूसरी बार विधायक बने
2002-2003 सदस्य, प्राक्कलन समिति
2005 -सपा शासनकाल में अनुध वधू अनीता गिरि को जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित कराया
2007 – नगर पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष पद पर पत्नी सुधा गिरि को जिताया
2007 – 58 हजार मत पाकर तीसरी बार पन्द्रहवीं विधान सभा में विधायक बने
2007-2009 सदस्य, अधिष्ठाता मण्डल
2008 सदस्य, प्रतिनिहित विधायन समिति
2007-2009 सदस्य, प्रदेश के स्थानीय निकायों के लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों की जांच सम्बन्धी समिति
मार्च, 2022-18वीं विधान सभा के लिए भारतीय जनता पार्टी पाँचवी बार विधायक निर्वाचित हुए।
सपा के पूर्व सांसद व पूर्व विधायक ने किये अन्तिम दर्शन
सपा के राष्ंट्रीय महासचिव व पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा व पूर्व विधायक विनय तिवारी ने भी विधायक के आवास पर पहुंचकर अन्तिम दर्शन किये और शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व महामंत्री ने किये अन्तिम दर्शन
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह व प्रदेश मंत्री धर्मपाल सिंह भी विधायक अरविन्द गिरि के आवास पर पहुंचे और श्री गिरि के अन्तिम दर्शन करते हुए कहा कि अरविन्द गिरि का जाना भाजपा की सबसे बडी क्षति है भारतीय जनता पार्टी उनके परिवार के साथ है।
अनोखी प्रतिभा के व्यक्ति थे अरविन्द-अशोक सक्सेना
भाजपा नेता व समाजसेवी अशोक सक्सेना ने कहा कि विधायक अरविन्द गिरि के देहांत से भाजपा को बडी क्षति हुई है श्री गिरि अनोखी प्रतिभा, व्यक्तित्व के व्यक्ति थे उनकी कार्यशैली अद्वितीय थी। जनपद को राजनैतिक व सामाजिक दोनो क्षति पहुंची है जिसकी भरपाई नही की जा सकती है।
होगा अन्तिम संस्कार
विधायक अरविन्द गिरि का अन्तिम संस्कार बुधवार को ग्यारह बजे होगा। जिसकी सूचना परिजनों ने दी है। उनके अन्तिम संस्कार में भारी जनसैलाब व राजनैतिक दिग्गजों के शामिल होने की प्रबल संभावना है।
हजारों की संख्या में उमड़ा जनसैलाब
विधायक अरविन्द गिरि के निधन की खबर सुनकर पूरे विधानसभा क्षेत्र की जनता व नेताओं का काफिला उमड़ने लगा। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंचे और पूरे जनपद का फोर्स व दो बटालियन पीएसी बल सुरक्षा के लिए लगा दिया गया। अधिकांश बाजार व विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया गया।
अरविन्द गिरि का परिवार
विधायक अरविन्द गिरि के छ भाई थे जिसमें जर्नादन गिरि, मुन्ना, मधूसूदन गिरि, अजय गिरि, अरविन्द गिरि व धर्मेन्द्र गिरि है। अब मुन्ना व अरविन्द गिरि इस दुनिया में नही है। श्री गिरि के दो पुत्रियां है जो कि दोनो विवाहित है बडी बेटी आर्मी में चिकित्सक है। एक पुत्र अमन गिरि है जो कि अभी राजनीति से दूर है।