मिर्जापुर: अमृत काल में सड़कें बनी समंदर,गलियां बनी तालाब
विधान केसरी समाचार
जमालपुर/मिर्जापुर। आजादी के 75वें वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा विकास खण्ड जमालपुर का चैकियां गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं से पुरी तरह से बंचित है। पिछले सात-आठ सालों से यहां की जनता इन्हीं अमृत जलोत्सव वाली गलियों से गुजरने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग पिछले कई वर्षों से इसी कीचड़ और दुर्गंध भरे गलियों से आ जा रहें हैं। सबसे ज्यादा परेशानी पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चे को हो रही है,जो अक्सर इन कीचड़ भरे मार्गों में फिसल कर गिर जाया करते हैं। गलियों में एकत्रित पानी से उठने वाले सड़ांध से आस-पास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है,गंभीर बीमारी भी फैलने का डर बना हुआ है। अभी दस पहले ही यहां एक युवक का मौत हो चुका है और लोगों को बीमारी का पता भी नहीं चल पाया।ग्रामीणों का कहना है कि सरकार के किसी भी योजनाओं का लाभ हम लोगों को नहीं मिल रहा है,आज भी बहुत सारे परिवार प्लास्टिक के पन्नी में रहने के लिए मजबूर हैं।
पेंशन,राशन,आवास शौचालय,स्वास्थ,शिक्षा,रोजगार आदि सुविधाओं से यहां के ज्यादातर गरीब परिवार आज भी बंचित है।दरिया बनी गलियों से गुजरने को मजबूर सड़ांध,बदबू से आजीज आकर आज यहां के ग्रामीणों द्वारा गन्दे पानी में ही खड़ा हो कर प्रर्दशन किया गया तथा मांग किया गया कि इन दरिया,समंदर बनें इन गलियों से हम लोगों को अतिशीघ्र निजात दिलाते हुए अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ भी हम गरीबों को उपलब्ध कराई जाय। अन्न दाता मंच के संयोजक चैधरी रमेश सिंह ने कहा कि आजादी के पचहत्तर वर्ष पुरे होने के बाद भी विकास खण्ड जमालपुर के बहुत सारे गांवों में आज भी बहुत से लोग छत विहीन,शौचालय विहीन,मार्ग विहीन घरों में रहने के लिए मजबूर हैं। लिहाजा विकास खण्ड जमालपुर क्षेत्र के सभी गांवों के मार्गों के निर्माण सहित पात्र लोगों का चयन कर शासन द्वारा दी जाने वाली समस्त जनोपयोगी योजनाओं को पहुंचाने की जरूरत है। प्रर्दशन करने वालों में चंद्रमा,रामधनी,जंगाली, गोबिंद, भिखारी, हीरादेवी,नौरंगी,राधिका, संतरी,रमवंती,अमरकोट, सुदामा,बंतु, गीता, अनीस आदि लोग मौजूद रहे।