बांदाः आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
विधान केसरी समाचार
बांदा। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया को सरकार ने अब और आसान बना दिया है। अब घर बैठे आयुष्मान के लाभार्थियों का कार्ड बनाया जा सकेगा। अब गांवों में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड बनाएंगी। कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थियों के खुद से आगे न आने की वजह से यह कदम उठाए गए हैं।
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. मनोज कौशिश ने बताया कि जनपद में करीब 1408 आशा कार्यकर्ता हैं, जिन्हें आयुष्मान कार्ड बनाने की ट्रेनिंग दी गई है। इसके चलते अब लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए जनसेवा केंद्र या कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आयुष्मान कार्ड आशा कार्यकर्ता फोन के माध्यम से बनाएंगी। सरकार की ओर से आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन दिए गए हैं, जिनसे आशा काम करेंगी। आयुष्मान कार्ड की सही जानकारी न होने के कारण लाभार्थी को असुविधा होती थी मगर अब ऐसा नहीं होगा। आशा कार्यकर्ताओं को एक आईडी पासवर्ड मिलेगा, जिसके माध्यम से ही आशा एप को खोल सकती हैं। एप खुलने के बाद लाभार्थी का आधार कार्ड नंबर डालकर लिस्ट में उसका नाम चेक करेंगी। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
ऐसे होगा आथेंटिकेशन
जिला कार्यक्रम समन्वयक डा. धीरेंद्र वर्मा बताते हैं कि आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई मोबाइल एप पर संबंधित आशा अपने क्षेत्र के लाभार्थियों की सूची डाउनलोड कर केवाईसी के माध्यम से लाभार्थी का चिन्हांकन करेंगीद्य आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड के आधार पर उसकी पहचान की जाएगी और फिर विभिन्न प्रक्रिया से गुजरते हुए सभी जरूरी जानकारी एप पर दिये गये फार्म में भरनी होगी। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद सूची में सम्मिलित पात्र लाभार्थी का अथेंटिकेशन के आधार पर आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इस कार्य का किसी लाभार्थी को कोई शुल्क नहीं देना है।
जिले में आयुष्मान योजना की स्थिति
– कुल लाभार्थी: 819176
– कुल बने आयुष्मान कार्ड: 182228
– कुल लाभार्थी (जिनका निःशुल्क इलाज हुआ): 8223