कैरानाः मंदिर चोरी प्रकरण में सीओ बिजेंद्र भड़ाना पर गिरी गाज

विधान केसरी समाचार

कैराना। करीब एक पखवाड़ा पूर्व नगर के दो प्राचीन मंदिरों में हुई चोरी की घटनाओं का अभी तक पुलिस खुलासा नहीं कर सकी है।एसपी ने फिलहाल सीओ बिजेंद्र सिंह भड़ाना का तबादला कर दिया है। घटना के बाद सीओ पर श्रद्धालुओं से बदसलूकी के आरोप लगे थे, जिसके बाद धरना-प्रदर्शन भी किया गया था। वहीं, नवनियुक्त सीओ ने अपना कार्यभार संभाल लिया है।

22 अगस्त की रात प्राचीन बाला सुंदरी देवी मंदिर में चोरों ने धावा बोलकर लाखों रुपए की कीमत के सोने-चांदी के मुकुट व छात्र चोरी कर लिए थे। पुलिस घटना का खुलासा नहीं कर सकी थी कि इसी दौरान 29 अगस्त को दिनदहाड़े चोरों ने उसी परिसर में मौजूद प्राचीन बाबा बनखंडी महादेव मंदिर का ताला तोड़कर शिवलिंग के ऊपर लगे शेषनाग व एक चांदी का छत्र भी चोरी कर लिया था। घटना के बाद मौके पर पहुंचे सीओ बिजेंद्र सिंह भड़ाना व कोतवाली प्रभारी अनिल कपरवान टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। मौके पर पहुंचे श्रद्धालुओं व व्यापारियों ने एक सप्ताह में हुई दो चोरी की घटनाओं पर कड़ा ऐतराज जताया था। इस दौरान श्रद्धालुओं व व्यापारियों ने सीओ पर अभद्रता करने के आरोप लगाते हुए मंदिर परिसर में ही पुलिस मुर्दाबाद, पुलिस हाय-हाय के नारे लगा दिए थे। इसके बाद चैक बाजार में धरना शुरू कर दिया गया था।

लगातार तीन दिन तक धरना-प्रदर्शन चलता रहा। धरनारत व्यापारियों व श्रद्धालुओं की मांग थी कि सीओ व कोतवाल को तुरंत सस्पेंड किया जाएं तथा जल्द से जल्द प्राचीन मंदिरों में चोरी की घटनाओं का खुलासा किया जाएं। वहीं, मामले में राजनीति भी होती नजर आ रही थी। तीसरे दिन धरनारत लोगों ने एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम एक मांग पत्र सौंप कर धरना समाप्त कर दिया था। घटना के खुलासे और अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए तीन सितंबर तक का समय भी दिया था, लेकिन आज तक घटना का खुलासा नहीं हो सका। मंगलवार की देर रात एसपी अभिषेक ने पुलिस क्षेत्राधिकारियो के कार्यक्षेत्र में फेरबदल कर दिया।

उन्होंने सीओ कैराना बिजेंद्र सिंह भड़ाना को पुलिस लाइनध्यातायात भेज दिया। जबकि उनके स्थान पर अमरदीप मौर्य को कैराना का नया पुलिस क्षेत्राधिकारी नियुक्त किया। भले ही एसपी ने कानून एवं प्रशासनिक व्यवस्था सुदृढ़ रखने हेतु फेरबदल करने का हवाला दिया हो, लेकिन प्राचीन मंदिरों में चोरी की घटनाओं के बाद बदसलूकी के आरोप लगने पर सीओ बिजेंद्र भड़ाना पर गाज गिरना माना जा रहा है। बता दें, इससे पूर्व में हल्के की किलागेट चैकी प्रभारी पवन सैनी को भी हटाया गया था, जिन्हें एसओजी में भेज दिया था।