मऊः मांगों को लेकर राष्ट्रीय आजीविका मिशन के कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार

विधान केसरी समाचार

घोसी/मऊ। स्थानीय विकास खण्ड कार्यालय में उत्तर प्रदेश राज्य आजीविका मिशन के तहत कार्य करने वाले संविदा कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सोमवार को कार्य बहिष्कार कर अपनी मांगों के समर्थन में चार पन्ने का मांग पत्र मुख्य विकास अधिकारी राम सिंह वर्मा को सौंपा। कर्मचारियों ने मांगे न माने जाने तक हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया। ज्ञात हो कि आउट सोर्सिंग कर्मचारी एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के बैनर तले सोमवार को घोसी ब्लाक में संविदा के रुप उत्तर प्रदेश राज्य आजीविका मिशन के अन्तर्गत कार्य करने वाले समस्त कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार करते हुए अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक मांग पत्र मुख्य विकास अधिकारी राम सिंह वर्मा को सौंपा। सौंपे हुए मांग पात्र में कर्मचारियों ने मांग किया है कि 18वीं शासकीय निकाय में स्पष्ट उल्लेख के बावजूद 2015 के बाद से सात प्रतिशत वार्षिक वेतन वृद्धि के आदेश पर अमल नहीं किया जा रहा है, विगत सात साल से कर्मचारियों का वेतन नहीं बढ़ाया गया है जबकि महंगाई में कई गुना की वृद्धि हो गई है। माडल एचआर पालिसी के अनुसार समस्त मिशन कर्मचारियों को शिक्षा भत्ता, लैपटाप, मोबाइल भत्ता, सेल्फ लर्निंग भत्ता देने के प्रावधान के बावजूद यह सुविधायें उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं।

माडल एचआर पालिसी के अनुसार समस्त मिशन कर्मचारियों को जीवन बीमा एवं मेडिकल बीमा भी उपलब्ध कराये जाने का प्रावधान है लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। आजीविका मिशन में कम्प्यूटर आपरेटर के अतिरिक्त किसी को भी आदेश के बावजूद ईपीएफ का प्रावधान आज तक नहीं किया गया है। मिशन के कर्मचारी अल्पवेतन भोगी हैं लेकिन मिशन के अधिकारियों की मिली भगत से धन वसूलने के लिये कर्मचारियों का स्थानांतरण दूर जनपदों में कर दिया जाता है। जिससे कर्मचारियों को काफी परेशानी होती है। कर्मचारियों ने इसके अतिरिक्त अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा व मांगे न माने जाने तक अनिश्चितकाल तक कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया। इस दौरान अभिषेक द्विवेदी, विवेक चैधरी, सौरभ सिंह, शिवा, रंजू, पियूष, महातम यादव सहित दर्जनों कर्मचारी मौजूद रहे।