रायबरेलीः नवागत कोतवाली प्रभारी के समक्ष अवैध नशे के कारोबार पर अंकुश लगाना सबसे बड़ी होगी चुनौती
विधान केसरी समाचार
महराजगंज/रायबरेली। पुलिस अधीक्षक अलोक प्रियदर्शी द्वारा थानेदारों के कार्यक्षेत्र में किये गये बदलाव के बाद कोतवाली प्रभारी रहे जितेन्द्र प्रताप सिंह को अपराध शाखा की जिम्मेदारी मिली है तो वहीं लालगंज में तैनात रहे कोतवाल राजेश कुमार सिंह को महराजगंज कोतवाली का प्रभारी बनाया है। गुरूवार को कोतवाल जितेन्द्र प्रताप सिंह को कोतवाली पुलिस सहित स्थानीय लोगो ने विदाई तो वहीं कोतवाल राजेश कुमार सिंह ने महराजगंज पहुंचकर अपना चार्ज सम्भाल लिया है।
बीते जनवरी माह में हुए शराब काण्ड में तत्कालीन प्रभारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने जी तोड़ मेहनत कर एक दर्जन शराब कारोबारियों को सलाखों के पीछे ही नही पहुंचाया बल्कि कइयों पर गैंगस्टर व कुर्की की कार्यवाही भी की है। यही नही अपने कार्यकाल में अवैध असलहा रखने वाले, स्मैक, गांजा आदि का व्यापार करने वालों पर रिकार्ड तोड़ कार्यवाही करते हुए जेल पहुंचाया। परन्तु क्षेत्र में हुई चोरियों, लूट आदि की घटनाओं का अनावरण नही कर सके।नवागन्तुक कोतवाल राजेश कुमार सिंह के लिए अब उन घटनाओं के खुलासों की चुनौती रहेगी।वहीं अवैध नशे के कारोबार में संलिप्त एक-दो छोटे व बड़े कारोबारियों को जेल भेज कर जितेंद्र प्रताप सिंह ने ताबड़तोड़ कार्यवाही की। लेकिन कुटीर उद्योग का रूप ले चुके अवैध नशे के कारोबार को वह भी जड़ से खत्म नहीं कर सके। क्षेत्र में अवैध नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने की नवागत कोतवाली प्रभारी के सामने सबसे बड़ी चुनौती रहेगी।