मेरठ: प्राकृतिक संसाधनों और भावी पीढ़ियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर कार्य करने की आवश्यकता- प्रोफेसर डॉ तरुण शर्मा
विधान केसरी समाचार
मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय मेरठ में बुधवार को श्री जेपी माथुर चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत नरेंद्र सेवा पकवाड़ा में संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य 12वे के अंतर्गत सतत खपत और उत्पादन विषय पर लोगों को जागरूक करने के लिए छात्रों ने प्रभातफेरी निकाली।प्रभात फेरी के तुरंत बाद चाय पर चर्चा का आयोजन किया गया।
चाय पर चर्चा में बोलते हुए स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग विभाग के डीन प्रोफेसर डॉ तरुण शर्मा ने बताया कि सतत खपत और उत्पादन के क्षेत्र में विश्व में भारत की प्रगति काफी उचित गति से हुई है लेकिन यह प्रगति संतोषजनक नहीं है। आज भी हमारा उद्देश्य विश्व में हर जगह संवहनीयध् सतत खपत और उत्पादन पैटर्न को सुनिश्चित करना होना चाहिए। और प्राकृतिक संसाधनों और भावी पीढ़ियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर कार्य करने की आवश्यकता है।
चर्चा के दौरान विश्वविद्यालय प्रति कुलपति डॉ जयानंद ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सतत खपत और उत्पादन से हमारा तात्पर्य सेवाओं एवं संबंधित उत्पादों के उपयोग से है जो हमारी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के साथ जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाते हैं इसलिए हमें प्राकृतिक संसाधनों उचित उपयोग करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर उपस्थित डॉक्टर अभिषेक डबास ने बताया कि आज प्रति व्यक्ति वैश्विक खाद्य अपशिष्ट को आधा करना और वर्ष 2030 तक प्राकृतिक संसाधनों के कुशल और टिकाऊ उपयोग को सुनिश्चित करना हमारा उद्देश्य होना चाहिए। डॉ स्वतंत्र सिंह चैहान ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें प्रदूषण को समाप्त करना समग्र अपशिष्ट उत्पादन को कम करना और रसायनों एवं जहरीले कचरे के प्रबंधन में सुधार लाना होगा तब कहीं जाकर हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे। उपस्थित छात्रों ने भी चर्चा में भाग लिया एवं अपने बातों को स्पष्टता के साथ रखा। अविनव पाठक द्वारा बताया गया कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हर जगह हर किसी को प्रकृति के साथ सद्भाव से रहने के तरीकों से लोगों को अवगत कराना होगा तब कहीं जाकर हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे। चाय पर चर्चा के दरमियान मंच का संचालन डॉक्टर निशांत कुमार पाठक के द्वारा किया गया।
डॉ ज्योति शर्मा, डॉ दिव्य प्रकाश, डॉ आर के जैन ने बड़े ही संक्षिप्त लेकिन असरदार तरीके से चाय पर चर्चा के दरमियान अपने बातों को रखा।कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन् प्रोफेसरों डॉ तरुण शर्मा जी के द्वारा किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी विभाग के शिक्षक रोहित वत्स, अभिनव पाठक ,डॉ निशांत कुमार पाठक , डॉ नेहा वशिष्ठ,डॉक्टर ममता बंसल, डॉ निधि त्यागी, राजीव कुमार, विजय महेश्वरी, डॉक्टर अनिकेत, डॉक्टर जयंत महतो , शमशाद हुसैन ने अपना अहम योगदान दिया