बांदाः ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से मासूम की मौत
विधान केसरी समाचार
बांदा। टैªक्टर ट्राली से दहिनवारा कार्यक्रम कर वापस गांव लौटते समय ट्रैक्टर ने बाइक सवारों को टक्कर मार दी, इसके बाद चालक नियंत्रण खो बैठा और ट्रैक्टर ट्राली सड़क किनारे पलट गई। इस दुर्घटना में ट्रैक्टर में सवार 2 वर्षीय मासूम की मौत हो गई। बाइक और ट्रैक्टर ट्राली सवार तकरीबन 35 लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल 16 लोगों को मेडिकल कालेज रेफर किया गया है। एक दर्जन घायलों का सीएचसी में इलाज किया जा रहा है। घटना की सूचना पर क्षेत्रीय विधायक ओममणि वर्मा तत्काल मौके पर पहुंचीं और घायलों को एंबुलेंस में लदवाकर अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद अस्पताल पहुंचकर भी उपचार व्यवस्था को देखा। कुछ घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सीमावर्ती मध्यप्रदेश के छतरपुर जिला के गोयरा गांव निवासी चंद्रपाल सेन सोमवार को अपने नाती अनुज पुत्र स्व.कल्लू का दहिनवारा (देवी पूजन) करने ट्रैक्टर ट्राली में अपने परिजनों और रिश्तेदारों को लादकर कोतवाली क्षेत्र के मुकेरा गांव बाबूलाल सेन के यहां आए थे। मंगलवार को कार्यक्रम पूरा होने के बाद दोपहर बाद लगभग एक बजे वापस अपने गांव जा रहे थे। नरैनी बांदा मुख्य मार्ग पर पनगरा गांव के पास आगे जा रहे एक बाइक सवार पनगरा गांव निवासी सोनू यादव अपनी पत्नी और मौसेरी बहन अंकिता को टक्कर मार दी। इससे वह घायल हो गए। बाइक सवार देवी दर्शन करने खत्री पहाड़ जा रहे थे। बाइक में टक्कर मारने के बाद ट्रैक्टर के चालक ने नियंत्रण खो दिया और सड़क किनारे ट्रैक्टर पलट गया। घटनास्थल पर चीख पुकार मच गई। रास्ते से निकल रहे लोगों ने कोतवाली पुलिस को फोन कर मामले की सूचना दी। सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी नितिन कुमार, कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार शुक्ला पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और एंबुलेंस तथा अपनी गाड़ियों से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। विधायक ओममणि वर्मा भी कई लोगों के साथ मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। दुर्घटना में देवी पूजन करने आए अनुज का फुफेरा भाई अंशू (2) पुत्र रामबाबू निवासी कबरई जनपद महोबा की सिर में गंभीर चोट लगने के कारण घटनास्थल पर मौत हो गई। इसकी मां ऊषा बेटे की मौत पर दहाड़े मारकर रोती रही। दुर्घटना में घायल 16 लोगों की गंभीर हालत देख डाक्टर स्वाती मिश्रा ने रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज रेफर किया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाल सिंह (28) पुत्र चुन्नू निवासी चुआ बरौंधा जिला सतना, अंशिका (16) पुत्री कल्लूराम निवासी गोयरा, किशन (4) पुत्र सीताराम गोयरा, बिट्टो (28) निवासी गोयरा, ट्रैक्टर चालक सुशील गर्ग गोयरा सहित लगभग एक दर्जन लोगों का इलाज किया गया है।
मेडिकल कालेज रेफर किए गए घायल
सोनू यादव (30) पुत्र चुन्नू यादव, पत्नी सुपत (28) चुआखेर मध्य प्रदेश, अंकिता (25) पत्नी छोटेलाल निवासी संग्रामपुर बदौसा (ये बाइक सवार हैं), छोटू (13) पुत्र लालाराम, प्रेम (5) पुत्र राजू सेन, गोलू (7) पुत्र रज्जू, पूनम (9) पुत्री राजू, लालराम (42) पुत्र रामेश्वर निवासीगण गौरिहार छतरपुर, कल्ली (50) पत्नी रामखेलावन मनीपुर गिरवां, सुमन (14) पुत्री लक्ष्मी कबरई, संती (55) पत्नी लक्ष्मी कबरई, पिंकी (23) पत्नी रामनरेश गोयरा, राधेश्याम सेन (30) पुत्र बाबूलाल गोयरा, मुलखा (75) पत्नी भूरा गोयरा, छोटी (28) पत्नी सीताराम गोयरा, दीपू (22) पुत्र लक्ष्मी कबरई, चंद्रपाल (60) पुत्र बंदरा निवासी गोयरा शामिल हैं।
जिला अस्पताल पहुंचे डीएम-एसपी, घायलों का जाना हाल
हादसे में घायल हुए लोगों का हाल जानने के लिए जिलाधिकारी अनुराग पटेल जिला अस्पताल पहुंचे। वहां पर घायलों से बातचीत की और चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को घायलों को बेहतर ढंग से इलाज कराने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन और सीओ, उप जिलाधिकारी, तहसीलदार भी जिला अस्पताल पहुंचे और ट्रामा सेंटर में घायलों का हाल जाना। अस्पताल में घायलों के पहुंचने को लेकर जिला अस्पताल के चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारी पहले ही सतर्क हो गए थे। घायलों के पहुंचते ही तत्काल उनका उपचार किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
सीएम के आदेश का नहीं हुआ पालन
घाटमपुर में श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्राली पलट जाने और उसमें 25 लोगों की मौत हो जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों को आदेशित किया था कि ट्रैक्टर, डंपर और लोडर आदि माल वाहनों का इस्तेमाल श्रद्धालुओं को ढोने के काम में न लाया जाए। इस पर रोक लगाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को चेकिंग करने के निर्देश दिए थे। विशेषतौर पर नवरात्र पर्व पर सघन चेकिंग के आदेश थे, लेकिन प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया और चेकिंग नहीं की गई। बेधड़क ट्रैक्टर-ट्रालियों में श्रद्धालुओं को भरकर आवागमन होता रहा। लगातार कई हादसे हुए, जिससे न जाने कितने लोग अकाल मौत का शिकार हो चुके हैं। शनिवार को भी एक ट्रैक्टर नरैनी रोड में पलट गया था, उसमें भी कई लोग चोटहिल हुए थे।
मासूम बच्चे को सीने से चिपकाए रही मामी
सड़क हादसे में दो वर्षीय मासूम अंशू की मौत हो जाने के बाद मां ऊषा तो बदहवास हो गई। वह दहाड़े मारकर रोते हुए बार-बार बेहोश हो जा रही थी। जिला अस्पताल में मृतक की मामी बिट्टो ने मासूम बच्चे के शव को अपनी गोद में चिपका लिया। वह बच्चे को छोड़ने के लिए तैयार ही नहीं हो रही थी। एसडीएम और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने मामी बिट्टो को बहुत समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी और बच्चे को नहीं छोड़ा। बाद में अन्य परिजनों को बुलवाया गया।
सीएचसी में इलाज के लिए घायलों को करना पड़ा इंतजार
सीएचसी में छुट्टी का दिन होने के कारण सिर्फ चिकित्सक स्वाती मिश्रा ड्यूटी पर थीं। इनके साथ अन्य सहयोगी चिकित्सक न होने के कारण अस्पताल पहुंचे घायलों को काफी देर तक मरहम पट्टी के लिए इंतजार करना पड़ा। वह दर्द से कराहते रहे। हालांकि फार्मासिस्ट उदय राजपूत, वार्ड ब्वाय मुन्ना पटेल और संतोष राजपूत ने चिकित्सक की मदद की और घायलों का उपचार कराया।