रायबरेली: जुलूस ए मोहम्मदी हुआ संपन्न

विधान केसरी समाचार

डलमऊ/रायबरेली। नबीसल्लललाहो अलैही वसल्लम की यौमे विलादत की अजीमों शान में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर बदरुल उलूम मदरसे से मोहम्मद हाफिज युसूफ की सरपरस्ती व कस्बे के संभ्रांत नागरिकों की मौजूदगी में में विशाल जुलूसे मोहम्मदी निकाला गया। कोतवाल पंकज तिवारी मैं फोर्स के जुलूस ए मोहम्मदी को सकुशल संपन्न कराने के लिए पूरी रास्ते मुस्तैदी से लगे रहे।

सिर पर टोपी, बच्चों के गालों पर मोहम्मद लिखा स्टीकर, नीले कलर की सर में बंधी पट्टी, बच्चे, जवान और बुजुर्ग और इस्लामी लिबास, हाथों में नबी का हरा झण्डा कौमी एकता के संदेश लिखे बैनर व राष्ट्रीय ध्वज लिये हर्षोल्लास के साथ नबी की आन-बान और शान में मोहम्मदी जुलूस निकाला गया। जुलूस में हर तरफ नबी की आमद मरहबा, सरकार की आमद मरहबा, हुजूर की आमद मरहबा, आका की आमद मरहबा की सदाएं बुलंद होती रही। जुलूस शेखवाड़ा से शुरू हुआ, नहर पटरी, तहसील मियांटोला, चैहट्टा व अपने कदीमी रास्तो से होते हुये वापस अपने मुकाम पर पहुंच कर समाप्त हुआ। जुलूस के दौरान जगह-जगह लोगो ने लंगर ख्वानी किया। जुलूस के दौरान बच्चों और हाफिज लोगो ने नाथ शरीफ पढ़ने के दौरान हिंदुस्तान की हमपरस्ती की दुआ मांगी गई। हाफिज यूसुफ ने तकरीर के माध्यम से बताया कि साल के 12 महीनों में वैसे तो हर माह कोई न कोई मुस्लिम त्योहार मनाया ही जाता है, लेकिन इस माह यानी ईदमिलादुन्नबी (बारावफात) अन्य त्योहारों से अफजल (खास) माना जाता है।

इसका कारण यह है कि इस माह की चाँद की 12 तारीख को इस्लाम मजहब के बानी हजरत मोहम्मद साहब की पैदायश हुई और इसी रबी उल अव्वल को आप इस दुनिया से रुखसत भी हुए। इस मौके पर हाफिज मुजफ्फर,शोहराब अली, परवेज खान, फिरोज आलम, मोहम्मद अयाज, मोहम्मद गयास, तनवीर अंसारी, तौसीफ अंसारी,तौफीक अंसारी, मोहम्मद दानिश, तोहिद सलमानी, गरीबे सलमानी, अकरम खान, मोहम्मद फराज, आकिब जावेद, सरवर खान, गयास, कामरान हुसैन,रोमी,फैजान हाशमी, मोइन अख्तर, अजमी खान,जुबेर अंसारी, बिलाल खान,गुड्डू अंसारी, शारिक अंसारी, बीजेपी नेता जुनेद आलम, सहित तमाम लोग मोहम्मदी जुलूस में शामिल हुए। सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाली प्रभारी पंकज तिवारी, चैकी इंचार्ज मान सिंह यादव, सुनील वर्मा, शिवचरण पाल, अरुण कुमार के साथ मय फोर्स के मौजूद रहे।