बांदाः झमाझम बारिश बनी मुसीबत, जगह-जगह जलभराव
विधान केसरी समाचार
बांदा। रविवार की रात और सोमवार की दोपहर को हुई झमाझम बारिश से शहर के नाले और नालिया उफना उठे। नाले और नालियों में मलबा जमा होने के कारण पानी उफनाकर सड़क पर भर गया। अक्टूबर महीने में हो रही झमाझम बारिश ने शहरवासियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। जल निकासी का इंतजाम न होने और नालियां चोक होने की वजह से बारिश का पानी सड़कों पर भर रहा है। इससे जहां लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं नालियों का गंदा पानी निचले इलाकों में लोगों के घरों में घुस रहा है। हालात लगातार बदतर बने हुए हैं। नगर पालिका की ओर से नाले और नालियों की कराई गई सफाई व्यवस्था की पोल खुलकर सामने आ रही है।
शहर की कई गलियां तालाब बन गईं। आवागमन में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि नगर पालिका ने बरसात के पूर्व शहर के नाले और नालियों को साफ कराए जाने का काम कराने का दावा किया था, लेकिन बारिश के दौरान नालियों और नालों का पानी सड़क पर भर जाने से पालिका के दावे बारिश के पानी में बहते नजर आ रहे हैं। शहर के इंदिरा नगर में नालियों के पानी की जल निकासी न होने के कारण सड़कों पर पानी भर गया। वाहनों में आवागमन करने वालों को बेहद मुश्किलें हुईं। पैदल निकलना तो दूभर ही रहा। इसके अलावा शहर में नई बस्तियों का तो हाल ही बेहाल है। वहां न तो नाली है और न ही पानी निकासी का कोई इंतजाम ही है। ऐसे में वहां तालाब जैसी स्थिति बनी हुई है। शहर के निचले इलाकों में बसी बस्तियों के बाशिंदों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है। बारिश का पानी बहकर उनके घरों में घुस रहा है, जिससे लोग परेशान हो रहे हैं। लोग बाल्टियों के जरिए घरों में घुसा पानी निकाल रहे हैं। शहर के विभिन्न इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। बारिश का पानी लोगों के घरों और दुकानों में रखा सामान भी बर्बाद कर रहा है। इंदिरा नगर भाग-1 व 2 में रहने वाले एसके सिंह, रामू गुप्ता, राजेश शुक्ला, कुंवर बहादुर सिंह, मयंक, अशोक, पवन, शक्ति सिंह, भरत सिंह, गुलाब आदि लोगों ने आवासीय कालोनी से पानी निकासी की व्यवसथा कराए जाने की मांग की है, ताकि जलभराव जैसी परेशानी से निजात मिल सके।