उन्नाव: 14 परीक्षा केन्द्रों पर होगी प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा

 

विधान केसरी समाचार

उन्नाव। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग लखनऊ द्वारा 28 एवं 29 अक्टूबर 2023 (शनिवार एवं रविवार) को जनपद में होने वाली प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (पीईटी)-2023 की लिखित परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे द्वारा विकास भवन सभागार में परीक्षा हेतु नामित किए गए जोनल,सेक्टर एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेटों के साथ बैठक की गयी। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा समस्त जोनल,सेक्टर एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिये गए कि उत्तरप्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग लखनऊ द्वारा 28 एवं 29 अक्टूबर 2023 को जनपद के चिन्हित 14 परीक्षा केन्द्रों पर होने वाली प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (पीईटी)-2023 को सफलता, सुगमता, सरलता एवं पारदर्शिता पूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने हेतु अभी से सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करा ली जाएं। उन्होने निर्धारित परीक्षा केन्द्रों के केन्द्र व्यवस्थापकों,प्रधानाचार्यों को निर्देश दिये है कि परीक्षा के दिन सुरक्षा व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, लाइट की व्यवस्था, पीने के पानी की व्यवस्था, साफ-सफाई एवं परीक्षा केन्द्र स्तर पर होने वाली तैयारियों का पूर्ण प्रबन्ध सुनिश्चित करा लिया जाए। उन्होंनेे बताया कि 28 एवं 29 अक्टूबर को प्रतिदिन दो पालियों में परीक्षा आयोजित करायी जायेगी।

प्रथम पाली में प्रातः 10.00 बजे से मध्यांहन 12.00 बजे तक एवं द्वितीय पाली अपरान्हन 3.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक परीक्षा सम्पन्न होगी। प्रत्येक पाली में 5976 परीक्षार्थी भाग लेंगे। 28 अक्टूबर को दोनों पालियों में 11948 तथा 29 अक्टूबर को 11948 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। इस प्रकार जनपद के सभी परीक्षा केन्द्रों पर दोनों दिवसों में कुल 23904 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (पीईटी)-2023 को पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराये जाने हेतु आयोग द्वारा नामित नोडल एजेन्सी को सीसीटीवी कैमरों को परीक्षा संचालन के एक दिन पूर्व ही एक्टिव करने के निर्देश दिये गये है। परीक्षा को शांतिपूर्वक एवं नकलविहीन सम्पन्न कराने हेतु प्रत्येक स्तर पर नोडल एजेन्सियों एवं अधिकारियों को दायित्वों के निर्वहन किये जाने की जिम्मेदारी सौपी गयी है। डीएम ने परीक्षा आयोजन में लगाए गए सभी अधिकारियों एवं केन्द्र व्यवस्थापकों को निर्देशित करते हुए कहा कि परीक्षा में किसी भी स्तर पर चूक न हो और आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक सम्पूर्ण परीक्षा त्रुटिरहित सम्पन्न करायी जाए।