Sonebhadra: प्रतारण की वजह से वरिष्ठ प्राविधिक सहायक “मनीष पाल” ने अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश

वरिष्‍ठ अधिकारीयो के प्रतारण की वजह से सोसाइट नोट लिखर आत्महत्या करने जा रहे थे मनीष पॉल

दिनेश पाण्डेय: चोपन में अपर भूमि संरक्षण अधिकारी ने आत्‍महत्‍या की कोशिश की है। उनका आरोप है कि उनके वरिष्‍ठ अधिकारी उन्‍हें प्रताड़ित करते हैं। सहयोग‍ियों ने अपर भूमि संरक्षण अधिकारी को इलाज के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराया है। कर्मचारियों ने पूरे मामले में जिलाधिकारी से कार्यवाही की मांग की है।प्राप्‍त जानकारी के अनुसार, गुरुवार शाम करीब 6 बजे अपर भूमि संरक्षण अधिकारी मनीष पाल ने अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। लेकिन समय रहते ही साथी कर्मचारी उनके आवास पर पहुंच गए और दरवाजा तोड़कर किसी तरह अपर भूमि संरक्षण अधिकारी मनीष पाल की जान बचाई और जिला अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल, मनीष पाल का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहां उनकी हालत अब सामान्य बताई जा रही है। बहरहाल, इस घटनाक्रम के बाद भूमि संरक्षण विभाग के कर्मचारियों में आक्रोश है। उन्होंने जिलाधिकारी को घटना की जानकारी देकर पूरे मामले में कार्यवाही की मांग की है। अपर भूमि संरक्षण अधिकारी का आरोप है कि उसके सीनियर अधिकारी, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी बलजीत बहादुर वर्मा उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। मनीष पाल का कहना है कि बलजीत बहादुर तरह-तरह की बातें बनाकर उसका उत्पीड़न करते हैं, मानसिक रूप से भी प्रताड़ित करते हैं। इसके चलते आज उसने अपना जीवन समाप्त करने का प्रयास किया।
उपरोक्त प्रकरण समय सायं लगभग 08:00 बजे का है। मनीष पाल पुत्र नंदलाल पाल पता केराकत जौनपुर जो वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप ए के पद पर भूमि संरक्षण इकाई चोपन में नियुक्त है। अपनी ऑफिस से आने के बाद उनके द्वारा एक सुसाइड नोट तैयार कर अपने कार्यालय के बड़े बाबू के मोबाइल नंबर पर भेजा गया। जिसमें उनके द्वारा भूमि संरक्षण अधिकारी बलजीत बहादुर वर्मा की विरुद्ध तथ्यों को अंकित किया गया था। उक्त सुसाइड नोट मिलते ही बड़े बाबू सहित अन्य कार्यालय के लोग उनके आवास पर आए तो दरवाजा अंदर से बंद था। उन सभी के द्वारा दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया गया तो देखा गया कि उनके द्वारा अपने रूम के पंखे में फंदा लगाया गया था परंतु वे फर्श पर अर्ध अवस्था में बैठे हुए मिले। तत्काल मौजूद कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा जिला चिकित्सालय लोढ़ी उन्हें लाकर प्राथमिक उपचार कराया जा रहा है। वर्तमान में वे खतरे से बाहर हैं। उनके परिवारजनों को सूचना दे दी गई है।