निर्दोष रामभक्तों को गोलियों से भूना गया तब नक़ली, अवसरवादी और चुनावी रामभक्त कहां थे-केशव प्रसाद मौर्य
अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण देने पर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने आरोप लगाया कि इस कार्यक्रम को सिर्फ एक पार्टी का ही कार्यक्रम बनाया जा रहा है. क्या भगवान सिर्फ एक पार्टी तक ही सीमित हो गए हैं. खुर्शीद के इस बयान पर अब यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में निमंत्रण को लेकर सवाल उठाने वाले सलमान खुर्शीद को जवाब देते हुए कहा कि ये चुनावी रामभक्त उस वक्त कहां थे जब कारसेवकों पर गोलियां चलवाई गईं थी.
केशव मौर्य ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, “भगवान श्रीराम को काल्पनिक बताने वाले कांग्रेस के नेताओं याद करो, बीजेपी की चार चुनी सरकारों को तुमने बर्खास्त किया, निर्दोष रामभक्तों को गोलियों से भूना गया तब नक़ली, अवसरवादी और चुनावी रामभक्त कहां थे. अब भव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निमंत्रण नहीं पाने से व्याकुल हो गए हो.”
भगवान श्रीराम को काल्पनिक बताने वाले कांग्रेस के नेताओं याद करो,भाजपा की चार चुनी सरकारों को तुमने बर्खास्त किया,निर्दोष रामभक्तों को गोलियों से भूना गया तब नक़ली,अवसरवादी और चुनावी रामभक्त कहाँ थे! अब #भव्य_श्रीराम_जन्मभूमि_मंदिर का निमंत्रण नहीं पाने से व्याकुल हो गए हो!
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) October 27, 2023
दरअसल सलमान खुर्शीद ने पीएम मोदी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्योता देने पर सवाल उठाते हुए कहा था, “क्या निमंत्रण सिर्फ एक पार्टी को जा रहा है? मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता कि कौन पहुंचेगा और कौन नहीं, लेकिन क्या भगवान अब एक ही पार्टी तक सीमित हैं? निमंत्रण पत्र सभी के लिए होना चाहिए था. इसे एक पार्टी का ही कार्यक्रम बनाया जा रहा है. भगवान सिर्फ एक पार्टी के ही हैं क्या, सभी को निमंत्रण देने चाहिए था.”
बता दें कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम अगले साल 22 जनवरी को किया जाएगा. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. उनके हाथों ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस दौरान देशभर में बड़े स्तर कार्यक्रम करने का प्लान है. कई दिन पहले से ही राम मंदिर में पूजा पाठ शुरू हो जाएगा.