बीसलपुर: कैंसर से पीड़ित पिता का इलाज कराने की हसरत रह गई अधूरी
विधान केसरी समाचार
बीसलपुर। कैंसर से पीड़ित पिता का इलाज करा कर उन्हें मौत के मुंह से बचने की हसरत युवक की मौत के साथ ही अधूरी रह गई। पिता को बचाने के लिए ही छात्र ने पढ़ाई छोड़कर पेट्रोल पंप पर सेल्समैन की नौकरी की थी।
मोहम्मदपुर भजा निवासी विजय कश्यप के परिवार पर पिछले एक वर्ष से मुसीबत का पहाड़ टूट रहा है पिछले वर्ष से उनकी बेटी गुड़िया की बुखार से मृत्यु हो गई थी और वह कैंसर रोग की चपेट में आ गए थे। उनके दो बेटे रिंकू व सुरजीत की परवरिश वह स्वयं कर रहे थे। परंतु कैंसर रोग से पीड़ित होने के कारण गृहस्थी की गाड़ी लडखडाने लगी थी। रिंकू बीसलपुर नगर के रामदुलारी श्याम सुंदर इंटर कॉलेज में कक्षा 12 में पढ़ रहा था। कैंसर से पिता की हालत बिगड़ने पर उसने विद्यालय जाना बंद कर दिया था और 12 दिन पूर्व भड़रिया मोड स्थिति एक पेट्रोल पंप पर सेल्समैन की नौकरी कर ली थी। नौकरी करने के साथ ही युवक अपने पिता का इलाज कराने के लिए उन्हें बरेली के एक चिकित्सालय में ले जाया करता था। 25 नवंबर का दिन युवक के लिए मौत का काल बनकर आया। तेज गति से जा रहे एक अज्ञात वाहन की टक्कर से बेटे की मौत हो जाने की खबर जैसे ही विजय कश्यप को मिली उनकी हालत बिगड़ गई। पूरे परिवार में कोहराम मच गया। मां भूरी देवी अपनी सुध बुद्ध खो बैठी। वृद्ध दादी व छोटे भाई सुरजीत का भी रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। बेटे की मौत के साथ ही परिवार की सारी खुशियों को ग्रहण लग गया है।