भारत में पिछले कुछ वर्षों में लोगों का सरकार पर विश्वास बढ़ा है-पीएम मोदी

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (14 फरवरी, 2024) को आतंकवाद की सबसे बड़ी चुनौती बताया. उनहोंने कहा कि आतंकवाद अपने विभिन्न स्वरूपों में हर रोज मानवता के सामने नयी चुनौतियां ला रहा है. आज जलवायु परिवर्तन समय के साथ तेज हो रहा है.

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर गए पीएम मोदी ने विश्व सरकार शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा. ”दुबई वैश्विक अर्थव्यवस्था, वाणिज्य और प्रौद्योगिकी का केंद्र बन रहा है. यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान दूरदर्शी और दृढ़संकल्प वाले नेता हैं.”

उन्होंने आगे कहा कि जलवायु परिवर्तन से संबंधित चुनौतियां बढ़ रही हैं; एक तरफ घरेलू चिंताएं हैं, दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था अस्त-व्यस्त है.  दुनिया को आज ऐसी सरकारों की जरूरत है जो समावेशी हों और सबको साथ लेकर चलें, जो भ्रष्टाचार से मुक्त हों

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में पिछले कुछ वर्षों में लोगों का सरकार पर विश्वास बढ़ा है, उन्हें सरकार की मंशा व प्रतिबद्धता पर भरोसा है.  उन्होंने कहा कि सामाजिक और वित्तीय समावेशन हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है, 50 करोड़ से ज्यादा लोग बैंकिंग प्रणाली से जुड़े हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि हमें एकजुट और सहयोगात्मक विश्व के मूल्यों को बढ़ावा देना होगा, वैश्विक निर्णय लेने में ग्लोबल साउथ की भागीदारी को बढ़ावा दें. उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि सरकार का अभाव भी नहीं होना चाहिए और सरकार का दबाव भी नहीं होना चाहिए.  बल्कि मैं तो ये मानता हूं कि लोगों की जिंदगी में सरकार का दखल कम से कम हो, ये सुनिश्चित करना भी सरकार का काम है.

पीएम मोदी ने कहा कि हम ना केवल सरकारों के साथ उपस्थित चुनौतियों का समाधान करेंगे, बल्कि विश्व-बंधुत्व को भी मजबूती देंगे.  एक विश्व-बंधु के रूप में भारत इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है. अपनी जी20 प्रेसिडेंसी के दौरान भी हमने इसी भावना को आगे बढ़ाया. हम वन अर्थ, वन फैम्ली और वन फ्यूचर के भाव के साथ चले.