मऊ: पुलिया के अधूरे निर्माण पर भड़के किसान व ग्रामीण, किया प्रदर्शन

 

विधान केसरी समाचार

घोसी/मऊ। स्थानीय ब्लाक क्षेत्र के बीबीपुर गांव में दो तहसीलों को जोड़ने वाली पुलिया का निर्माण न होने से आक्रोशित किसानों व ग्रामीणों ने शनिवार को बीबीपुर-इटौरा खुर्द मार्ग पर जमकर प्रदर्शन किया।सूचना पाकर मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य ने सम्बंधित अधिकारियों से बात कर एक सप्ताह के अंदर पुलिया निर्माण का आश्वासन दिया।

बताते चलें कि विगत चार महीनों से सिंचाई विभाग द्वारा जिला पंचायत के प्रस्ताव पर नहरों पर पुलिया के निर्माण का कार्य कराया जा रहा है।नवम्बर माह से शुरू हुआ पुलिया निर्माण नीचे के फाउंडेशन के बाद रुक गया है।क्षेत्र के दर्जनों पुलिया की कमोबेश स्थिति यही है। घोसी ब्लाक क्षेत्र के बीबीपुर गांव से इटौरा खुर्द, धर्मपुर कसायर होते हुए सिपाह इब्राहिमाबाद जाने वाले मार्ग पर इटौरा माइनर नहर पर एक पुलिया थी, जिसके पुनर्निर्माण हेतु नवम्बर माह में पुलिया का निर्माण शुरू हुआ।नीचे का फाउंडेशन तैयार होने के बाद काम कर रहे सम्बंधित ठीकेदार व जिम्मेदार अधिकारी गायब हो गए।जिससे लगभग दो माह से अधिक समय से उक्त सम्पर्क मार्ग पूरी तरह बंद हो गया।ये पुलिया घोसी व मधुबन दो विधान सभाओं को जोड़ती है।बीबीपुर जहां घोसी विधान सभा में पड़ता है वहीं इटौरा, धर्मपुर कसायर व सिपाह इब्राहिमाबाद मधुबन विधान सभा के अंतर्गत पड़ता है। बीबीपुर गांव के लगभग आधे से अधिक लोगों की खेती इटौरा खुर्द में पड़ती है।लेकिन पुलिया का पूर्ण निर्माण न होने से जहां किसानों को अपनी गेहूं की फसल कटाई की चिंता है वहीं राहगीरों को एक किलोमीटर की दूरी के बजाय तीन से चार किलोमीटर की दूरी का रास्ता तय करना पड़ता है।

गेहूं फसल कटाई की चिंता को लेकर बीबीपुर के दर्जनों किसानों व ग्रामीणों ने शनिवार को उक्त निर्माणधीन पुलिया पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।किसानों का कहना था कि यदि फसलों की कटाई से पहले इस पुलिया का पूर्ण निर्माण नहीं हुआ तो हम सभी लोग सड़कों पर एक विशाल आंदोलन करने को बाध्य होंगें।विरोध प्रदर्शन की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे इस कार्य के प्रस्तावक व क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य सुभाष यदुबंशी ने ग्रामीणों के सामने ही सिंचाई विभाग के उप खण्ड अधिकारी योगेंद्र यादव से स्पीकर ऑन कर मोबाइल से बात की तो उन्होंने एक सप्ताह के अंदर कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया।तब जाकर प्रदर्शन कर रहे किसानों व ग्रामीणों का आक्रोश समाप्त हुआ।

इस अवसर पर मुख्य रूप से राजेन्द्र मौर्य, रामाशंकर, राजेन्द्र शर्मा, बजरंगी मद्धेशिया, अजहरुद्दीन, दानिश, भीमा, उर्मिला, पीर मुहम्मद, अनूप आदि दर्जनों किसान व ग्रामीण मौजूद रहे।