तिलोई: विद्यालय में शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन


धर्मराज रावत/ विधान केसरी समाचार

तिलोई/अमेठी। शुक्रवार को ब्लाक तिलोई अंतर्गत एसके खरे पब्लिक स्कूल में शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप सिंह व रंजू सिंह अध्यक्ष स्व नरेंद्र देव संस्थान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।इस अवसर पर स्कूल के संस्थापक अंबिका शरण खरे ने छात्र छात्राओं एवं शिक्षक शिक्षिकाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।संस्थापक अंबिका शरण खरे ने अपने संबोधन में कहा कि एसके खरे पब्लिक स्कूल न्यूनतम शुल्क में समाज के सभी वर्गों के बच्चों को उच्च स्तरीय संसाधन व उत्कृष्ट कोटि की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है।कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा तिलोई मंडल अध्यक्ष पंकज अवस्थी ने विद्यालय की उपलब्धियों की सराहना की तथा सफल छात्र छात्राओं को बधाई दी।इस दौरान परीक्षा में उत्तीर्ण प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व शील्ड देकर सम्मानित किया गया।विद्यालय की प्रबंधक ज्योति खरे ने कार्यक्रम में सामिल आगंतुकों अभिवावकों का अभिवादन एवं शिक्षकों शिक्षिकाओं को उत्कृष्ट प्रदर्शन की बधाई दी।विद्यालय की प्रधानाध्यापिका प्रतिभा मिश्रा ने उपस्थित आगंतुकों का आभार प्रकट किया।संचालन वरिष्ठ शिक्षिका ज्योति लखमानी ने किया।इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक पंकज तिवारी,विशाल श्रीवास्तव,उपमा वर्मा,सोनम वर्मा,आराधना वर्मा,प्रियंका,वैशाली समेत समस्त विद्यालय स्टाप उपस्थित रहा।

वार्षिक परीक्षाफल वितरण के साथ मेधावी छात्र हुए सम्मानित

नई बुलंदियों की ओर अग्रसर एसके खरे पब्लिक स्कूल

शिक्षा समृद्धि एवं समृद्धि की दिशा में कदम रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।शिक्षा ही हमें जीवन में नए रास्ते व नई सोच प्रदान करती है तथा उत्कृष्टता की ओर प्रोत्साहित करती है।ब्लाक तिलोई क्षेत्र अन्तर्गत स्थित एसके खरे पब्लिक स्कूल एक ऐसा शिक्षण संस्थान है जो शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए उच्च शिक्षित अध्यापकों की टीम काम कर रही है तो बच्चों को आधुनिक सुविधाएं और उपकरणों से लाभ पहुंचाने के लिए विद्यालय में हाइटेक संसाधनो की व्यवस्था की गई है।विद्यालय का वातावरण खुला और हवायुक्त होने से बच्चों के शिक्षा में सकारात्मक प्रभाव पैदा हो रहा है।