क्या है BJP का प्लान, यूपी में साख से जुड़ी सीटों पर थमी हैं सांसें, 2-2 सीटों को लेकर पसोपेश में अखिलेश और कांग्रेस

 नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बिसात लगभग बिछ चुकी है। सभी दल ज्यादातर सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुके हैं, लेकिन ऐसी कुछ सीटों को लेकर अभी भी सांसें थमी हुई हैं, जिनसे दलों की साख जुड़ी है। इनमें रायबरेली और अमेठी को लेकर हर कोई कांग्रेस की ओर टकटकी लगाए बैठा है तो नजर असमंजस में फंसे अखिलेश यादव पर भी है।

कांग्रेस के लिए अमेठी और रायबरेली खास

वह अभी तक तय नहीं कर सके हैं कि हाथ से फिसल चुके कन्नौज के पुराने किले के लिए आगे आएं या रामपुर दोबारा जीतने के लिए भाजपा के सामने ताल ठोंकें। इसी तरह फिरोजाबाद और कैसरगंज को लेकर भाजपा के दांव पर सभी निगाहें जमी हुई हैं। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में सबसे चर्चित या महत्वपूर्ण सीटों की बात करें तो उनमें से कई पर अभी तक स्थिति साफ नहीं हो पाई है। इनमें कांग्रेस और गांधी-नेहरू परिवार की साख से जुड़ी अमेठी और रायबरेली खास तौर पर है।

दोनों सीटों को लेकर कोई निर्णय नहीं

2019 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हरा चुकीं भाजपा की स्मृति ईरानी फिर इसी सीट से उम्मीदवार हैं। कांग्रेस के स्थानीय नेता दावा करते रहे हैं कि केरल की वायनाड के साथ राहुल इस बार भी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे। इस बीच कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लोकसभा चुनाव न लड़ने की घोषणा से परिवार की पारंपरिक सीट रायबरेली भी खाली हो गई। पहले से चर्चा थी कि सोनिया की उत्तराधिकारी प्रियंका गांधी वाड्रा होंगी। कुछ लोगों का अनुमान है कि स्मृति के सामने अमेठी से प्रियंका तो अपनी मां की सीट रायबरेली से राहुल लड़ सकते हैं। मगर, कांग्रेस हाईकमान अभी तक इन दोनों ही सीटों को लेकर कोई निर्णय नहीं कर सका है।

सुब्रत पाठक पर भाजपा का दोबारा दांव

कुछ नेताओं के पाला बदल के बाद भाजपा रायबरेली सीट पर अपने समीकरण मजबूत होते देख रही है, लेकिन वह अपना कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही चलना चाहती है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं जैसी ही स्थिति उनके गठबंधन सहयोगी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की भी है। यादव परिवार के लिए ‘लॉन्चिंग पैड’ की तरह कन्नौज की सीट 2019 में सपा हार चुकी। अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव (वर्तमान में मैनपुरी सांसद) को हराने वाले सुब्रत पाठक पर भाजपा ने दोबारा दांव लगाया है।