प्रयागराजः माफिया अतीक के रिश्तेदारों ने गजब कांड किया,वक्फ बोर्ड की करोड़ों की जमीन पर ही किया कब्जा,जिराफ ने किया खुलासा

 

विधान केसरी समाचार

प्रयागराज। कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसका भाई माफिया अशरफ ने कागजों में हेरफेर कर सरकारी जमीनों पर कब्जा तो किया था।अब अतीक के भाई अशरफ के ससुराल वाले फर्जीवाड़े में उससे भी आगे निकल गए हैं।अशरफ की बेगम जैनब फातिमा के भाइयों और प्रधान ने मुसलमानों के उत्थान के लिए वक्फ बोर्ड की जमीनों पर ही कब्जा कर रखा था। इन लोगों ने जमीन की आराजी संख्या में हेरफेर करते हुए वक्फ बोर्ड की जमीन पर लीज की अनुमति का पत्र भी कूट रचना करके बनवा लिया और इसका कुछ हिस्सा बेच भी दिया।प्रयागराज पुलिस की जिराफ टीम ने जांच की तो चैकाने वाले खुलासे हुए।ऑपरेशन जिराफ की पुलिस टीम के पास फर्जी रजिस्ट्री और बैनामे और फर्जी लीज अनुमति का ऑर्डर कॉपी है। पुलिस ने इन कागजातों को राजस्व विभाग और वक्फ बोर्ड को सौंप दिया है। राजस्व विभाग जल्द ही इन भू माफियाओ पर बड़ी कार्रवाई करेगी।
बताते चलें कि माफिया अतीक अहमद का भाई माफिया अशरफ के ससुराल के लोगों ने हटवा में ही वक्फ की 50 करोड़ की प्रॉपर्टी को अपने नाम पर करवा कर कुछ हिस्सा बेच दिया था। वहीं कुछ में दुकानें बनवा कर किराए पर उठा दी थी। इसके अलावा वक्फ बोर्ड की जमीन पर ही अशरफ की बेगम जैनब फातिमा ने अपने लिए एक आलीशान कोठी बनवा ली थी।पुलिस ने जब मामले की जांच की तो इस खेल का खुलासा हो गया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने जैनब की कोठी कुर्क कर ली। पुलिस ने जैनब सहित उसके भाइयों पर प्रॉपर्टी के केयर टेकर की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया था। अब वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनी जैनब की कोठी पर बुलडोजर की कार्रवाई होनी है।

गरीब मुस्लिमों का मारा हक

मुसलमानों के गरीब बच्चों के उत्थान और उनको तालीम देने के लिये वक्फ बोर्ड स्कूल और मदरसा संचालित करता है। प्रयागराज के भीरपुर मेड़वारा गांव और सल्लपुर में वक्फ की कई हेक्टेयर जमीन है, जिस पर वक्फ बोर्ड मुस्लिम बच्चों की तालीम के लिए मदरसा, स्कूल और हॉस्टल बनवाता, लेकिन माफिया अशरफ के ससुराल वालों ने मुस्लिम कौम के गरीब बच्चों के हक को न केवल मारा बल्कि अपने निजी फायदे के लिए इसका बड़ा हिस्सा बेच भी दिया। अब जांच हुई तो मामले का खुलासा हो गया। अब वक्फ बोर्ड और राजस्व विभाग ने जांच शुरू कर दी है, जिससे अशरफ की बेगम और उसके भाइयों की मुश्किलें बढ़ना तय है।