नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी को लगाएं उनका प्रिय भोग

 

नवरात्रि के छठें दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप की आराधना की जाती है. मां का छठा स्वरूप देवी कात्यायनी का है. इस दिन मां की आराधना की जाती है. मां की पूजा ती तरह मां का भोग भी नियम से लगाना बहुत जरूरी है. इसीलिए नवरात्रि के नौ दिनों में मां के नौ स्वरुपों में उनका पसंदीदा भोग जरूर लगाएं. आइये जानते हैं इस दिन स्कंदमाता को किस चीज का भोग लगाएं.

मां कात्यायनी को किस चीज का भोज लगाएं

नवरात्रि की शुरूआत 9 अप्रैल से हो चुकी है. 14 अप्रैल, 2024 रविवार के का दिन मां दुर्गा के छठें स्वरूप मां कात्यायनी को पूजा के बाद शहद या पीले रंग का भोग लगाना चाहिए.

मां को आप पीले रंग का हलवा केसर डाल कर भोग लगा सकते हैं. साथ ही हल्के में शहद का प्रयोग कर सकते हैं. साथ ही मां के छठे रूप मां कात्यायनी को बादाम के हलवे का भोग भी लगा सकते हैं.

माता कात्यायनी को शहद का भोग लगाने से उपवासक की आकर्षण शक्ति में वृद्धि होती है. वैसे तो माता को सच्चे मन से जो भी भोग लगाते हैं वह ग्रहण कर लेती है. लेकिन अगर आप जिस दिन जिस देवी की आराधना कर रहे हैं उनका प्रिय भोग लगाते हैं तो उसका फल और शुभ मिलता है. साथ ही आप मां को उनका पसंदीदा फल भी चढ़ा सकते हैं. मां को जयाफल बहुत पसंद है.

कात्यायनी देवी की पूजा में कौन सा मंत्र बोले

या देवी सर्वभूतेषु मां कात्यायनी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:

मां कात्यायनी देवी की पूजा में मान्यता है कि अगर अविवाहित महिलाएं विवाह के लिए कात्यायनी मंत्र के साथ-साथ “ओम कात्यायनी महामाये” मंत्र का 108 बार जाप करके छठे दिन देवी की पूजा करती हैं, तो उनकी शादी की इच्छा पूरी हो जाती है.