अमरोहा, मथुरा, बागपत…दूसरे चरण में यूपी की इन 8 सीटों पर मतदान

उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को संपन्न हो चुका है. इस चरण में उत्तर प्रदेश की कुल 8 सीटों, रामपुर, मुरादाबाद, नगीना, पीलीभीत, सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर और बिजनौर सीट के मतदाताओं ने वोट डाले. तो वहीं दूसरे चरण में यूपी में सीटों, अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा में 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. 

पहले चरण में यूपी की आठ लोकसभा सीटों पर कल 60.25 फीसद वोट पड़ा. इनमें सबसे कम वोटिंग रामपुर सीट पर देखने को मिली. रामपुर लोकसभा सीट पर कुल 54.77 प्रतिशत वोट पड़े. सहारनपुर सीट पर सबसे ज्यादा वोट पड़े. यहां कुल 65.95 फीसद मतदान रहा है. आइए, पश्चिम उत्तर प्रदेश की इन सीटों पर जानते हैं बीजेपी, बसपा, सपा- कांग्रेस अलाउंस की तरह से किसे उम्मीदवार बनाया गया है. 

1. अमरोहा सीट

सबसे पहले अमरोहा सीट की बात करते हैं. यह सीट बीजेपी के लिए अहम है, क्योंकि यही एकमात्र सीट है, जहां पार्टी को 2019 लोकसभा चुनाव में हार मिली थी. इस बार बीजेपी की तरफ़ से इस सीट पर कुंवर सिंह तेवर को मैदान में उतारा है, जबकि सपा-कांग्रेस अलाउंस ने दानिश अली को उम्मीदवार बनाया है. बसपा ने यहाँ से मुजाहिद हुसैन को प्रत्याशी बनाया है.बता दें कि अमरोहा सीट पर कुल 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. इनमें चार दलीय और छह निर्दलीय हैं. ये हैं. निर्दलीय प्रत्याशी, काशिफ हुसैन, जीतपाल राणा, कुमदेशकुमार, दानिश, सुरेश, नईमुद्दीन निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.  अखिल भारतीय परिवार पार्टी की तरफ से सुहेल हैदर प्रत्याशी हैं. 2019 में ये सीट बसपा की खाते में गई थी. बसपा प्रत्याशी दानिश अली को जीत मिली थी. तब सपा-बसपा एक साथ चुनाव लड़े थे.

2. मेरठ लोकसभा सीट: इस सीट पर सपा ने पूर्व विधायक योगेश शर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है. मेरठ सीट पर सपा ने दो बार अपना उम्मीदवार बदला. पार्टी की तरफ से सबसे पहले दलित प्रत्याशी भानु प्रताप को टिकट दिया. हालांकि बाद में उन्होंने सरधना से विधायक अतुल प्रधान को टिकट दे दिया, लेकिन बाद में सुनीता वर्मा को यहाँ से उम्मीदवार बनाया. तो वहीं मेरठ की सीट पर बीजेपी ने अरुण गोविल और बहुजन समाज पार्टी ने देवव्रत त्यागी को प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी इस सीट पर लगातार तीन बार से लोकसभा चुनाव जीतते आ रही है. 2009 से अब तक बीजेपी की कब्जे में यह सीट है. तीनों बार बीजेपी के उम्मीदवार राजेंद्र अग्रवाल रहे. 

3. बागपत लोकसभा सीट: इस सीट पर बीजेपी और आरएलडी का गठबंधन है. यहां से आरएलडी चीफ़ जयंत चौधरी ने राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है. सपा ने मनोज चौधरी को टिकट दिया है. तो वहीं बसपा ने प्रवीण बैंसला पर भरोसा जताया है. 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार सत्यपाल सिंह ने आरएलडी के उम्मीदवार जयंत चौधरी को हराया था. सत्पाल सिंह ने जयंत चौधरी को 23 हजार 502 वोटों से हराया था.

4. गाजियाबाद लोकसभा सीट: यहां से अतुल गर्ग बीजेपी के उम्मीदवार हैं. कांग्रेस ने डॉली शर्मा को टिकट दिया है. तो बहुजन समाज पार्टी की तरफ से नंद किशोर पुंडरी को चुनावी रण में उतारा गया है. 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में यहाँ से बीजेपी उम्मीदवार वीके सिंह ने बाज़ी मारी थी. 

5. गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट: लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी की तरफ से इस सीट पर महेश शर्मा को टिकट दिया गया है. यहां से सपा ने डॉ. महेंद्र नागर और बसपा ने राजेंद्र सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है.

6. बुलंदशहर लोकसभा सीट: यहां से बीजेपी ने डॉ. भोला सिंह को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने शिवराम वाल्मीकि को टिकट दिया है. तो वहीं बसपा ने यहां से गिरीश चंद्र जाटव को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बुलंदशहर (सुरक्षित) सीट से लगातार जीत कर चुकी है. दोनों ही चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी भोला सिंह ने विपक्षी उम्मीदवारों को हराया था. बीजेपी ने इस बार फिर से भोला सिंह पर भरोसा जताया है. 

7.अलीगढ़ लोकसभा सीट: इस सीट से बीजेपी ने सतीश गौतम को टिकट दिया है. तो सपा और कांग्रेस गठबंधन ने यहाँ से पूर्व सांसद चौधरी बिजेंद्र सिंह और बसपा ने हितेंद्र उपाध्याय बंटी को टिकट दिया है. बीजेपी प्रत्याशी सतीश गौतम अलीगढ़ लोकसभा सीट पर साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर चुके हैं. 

8. मथुरा लोकसभा सीट: इस सीट से बीजेपी ने एक बार फिर से मौजूदा सांसद हेमा मालिनी को टिकट दिया है. हेमा मालिनी यहां से साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत चुकी हैं. कांग्रेस ने मुकेश धनगर को टिकट दिया है और बसपा से सुरेश सिंह चुनावी मैदान में हैं. हेमा मालिनी 2019 के लोकसभा चुनाव में क़रीब चार लाख वोटों से जीत दर्ज की थीं. उन्होंने दोनों बार जयंत चौधरी को हराया था. 

उत्तर प्रदेश में पहले चरण की तरह की दूसरे चरण के मतदान को सकुशल संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग की तरफ से पूरी तैयारी की जा रही है. यूपी की जिन आठ सीटों पर दूसरे चरण का चुनाव होना है. 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सात सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी को केवल एक सीट (अमरोहा) पर हाल मिली थी, जबकि 2014 लोकसभा चुनाव में वह सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी.