ग्रामीणों का कहना कि नेता लोग केवल वादा करते हैं उसे पूरा नही करते जब चुनाव आता है वोट मांगने आते हैं।
दिनेश पाण्डेय: ओबरा विधानसभा के ग्राम पंचायत जुगैल, पनारी और कासपानी गांव में ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार किया ग्रामीणों का कहना है कि नेटवर्क वह सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं न होने के वजह से ग्रामीणों ने वोटिंग क्या बहिष्कार करने का निर्णय लिया है हालांकि मामले की सूचना होने के बाद मौके पर एसडीएम ओबरा लोगों को समझाने बुझाने में जुटे हुए हैं लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि अगर जिलाधिकारी मौके पर आते हैं और लिखित रूप से यह देते हैं कि यहां नेटवर्क वह सड़कों की समस्या का समाधान किया जाएगा तब जाकर वोटिंग शुरू की जाएगी समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने वोटिंग का बहिष्कार किया है और अभी तक वोटिंग नहीं किया है जबकि मौके पर अधिकारी पहुंचकर उन्हें समझाने बुझाने के प्रयास में जुटे हुए हैं।
ओबरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत जुगैल, पनारी और कासपानी गांव का यह क्षेत्र समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड के क्षेत्र में आता है और ग्रामीणों में सबसे अधिक रोज इस बात का है कि मंत्री के द्वारा अपने क्षेत्र के इन गांव का कभी दौरा नहीं किया गया और ना ही यहां की समस्याओं को लेकर कोई समुचित प्रयास किया गया वही ग्रामीणों को यहां पर नेटवर्क सड़क और पेयजल जैसी समस्याओं से रोज जूझना पड़ता है जिसको लेकर ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार किया है ग्रामीण मतदाताओं का कहना है कि वह मतदान सिर्फ एक ही शर्त पर कर सकते हैं कि जिलाधिकारी स्वयं यहां पर आए और इन सभी समस्याओं के जल्द समाधान किए जाने का लिखित रूप से आश्वासन दें कभी ग्रामीणों के द्वारा मतदान शुरू किया जाएगा।
ग्रामीण सूरज प्रसाद ने बताया की मतदान करना हमारा मौलिक अधिकार है लेकिन मतदान करने के बाद जब नेता यहां से जीत कर जाते हैं तो वह केवल सांत्वना देते हैं और करते कुछ भी नहीं है उन्होंने बताया कि जब तक यहां नेटवर्क ठीक नहीं होगा तब तक हम लोग मतदान नहीं करेंगे यह हमारी समस्या है और जब तक इसका समाधान नहीं होता हम लोग मतदान नहीं करेंगे। वही जुगैल ग्राम पंचायत के ग्रामीणों का कहना है कि यहां नेटवर्क की बहुत बड़ी समस्या है और हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान सत्ता पक्ष के नेता आए हुए थे और उन्होंने आश्वासन दिया कि हमारे जाते ही यहां पर नेटवर्क लग जाएगा लेकिन सारे वादे हवा हवाई हैं जिससे मतदाता मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं।