मीरगंज: चलो रे मन गंगा के तीर, गोरा रामगंगा घाट पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भारी भीड़, लगाई आस्था की डुबकी 

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विधान केसरी समाचार

मीरगंज । ज्येष्ठ मास के दशहरा की  पावन बेला पर क्षेत्र के गांव गोरा लोकनाथपुर एवं कैलाश गिरि बाबा मढ़ी के समीप बह रही रामगंगा घाट पर विगत वर्षों की भांति भारी मेला का आयोजन हुआ। जहां इलाके के सैकड़ों गांवों से भारी तादात में पहुंचे श्रद्धालुओं ने रामगंगा में आस्था की डुबकी लगाई और उसके उपरांत गंगा मइया की आरती कर प्र्रसाद चढाते हुए श्रद्धालुओं ने अपनी अपनी मनौती मांगी। और मनौती पूरी होने वाले श्रद्धालुओं ने गंगा घाटध् पर अपने मासूमों के मुण्डन संस्कार कराये और भण्डारा आदि किया। इसके साथ श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों के नाम की उनकी आत्मा की शांति हेतु भगत करायी।

श्रद्धालुओं के श्रद्धा के आगे तेज किलकिलाती धूप और गर्म रेत बालू भी ठंडी सी पड़ती दिखाई दी। और पूरे दिन श्रद्धालुओं के आने जाने का नजारा दिखाई दिया। इसके अलावा मेला जाने वाले मार्ग पर गोरा लोकनाथपुर, बहरोली व तिलमास, हुरहुरी आदि तमाम गांवों के आगे लोगों स्टॉल लगाकर सभी को शरबत पिलाकर पन्य कमाया। हैरत की बात यह रही कि सुबह के समय मेला के कैप में पुलिस बैठी दिखी लेकिन मेला में  श्रद्धालुओं के पर्स चोरी होने का सिलसिला जारी रहा। जब मेला की जिम्मेदारी संभाल रहे गांव गोरा के पूर्व प्रधान बाबूराम कश्यप ने श्रद्धालुओं को अपने सामान के प्रति सचेत रहने एवं कई लोगों के पर्स गायव होने का एलाउंसमेंट किया तो कुर्सियों पर बैठकर आराम फरमा रही पुलिस की नींद खुली और मेला में पहुंचे। मेला की जिम्मेदारी निभाने वालों में पूर्व प्रधान बाबूराम कश्यप, रामसिंह पाल, नन्हें शर्मा, प्रमोद शर्मा, समेत तमाम लोग  व्यवस्था को चाक चैबंद करते नजर आये।