कोतवाल सतेंद्र राय ने बताया कि अब लगातार चलेगा अभियान दलाल या बाहर बैठे एप्लिकेशन लिखने वालों पर होगी कार्यवाही।
दिनेश पाण्डेय: सदर कोतवाली के सामने समझौता कराने वाले सक्रिय फरेबो की सूची बनना तैयार हो गया है
निर्देश मिलते ही तुरंत सभी थाने एवं चौकी प्रभारी सक्रिय अनावश्यक लोगो की एक सूची तैयार की जा रही है,सूत्रों की माने तो जो शिकायत एवं अपराध से जुड़े मामलों में समझौता करवाने सहित अन्य मामलों में सुविधा शुल्क के लेन-देन करने वालों पर तुरंत नकेल कसी जाएगी।। शिकायतकर्ताओं से करते है संपर्क अक्सर थानों के बाहर भटकने वाले शिकायतकर्ता से संपर्क करते हैं,दलाल उसकी शिकायत पर तुरंत प्रभाव से काम करवाने का भरोसा देते हैं और पुलिस के नाम पर मोटी राशि वसूल करते हैं। इससे जहां पुलिस की छवि खराब होती है, वहीं भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलता है। इसके साथ ही पीडित को इंसाफ मिलने की संभावनाएं जहां कम होती हैं, वहीं गलत आदमी द्वारा पैसे के प्रभाव से कानून को बदनाम करने की संभावना बढ जाती हैं। पुलिस के नाम पर ऐंठते है पैसा अनावश्यक थाना-चौकियों में घूमते है तथा शिकायतकर्ता या आरोपी पक्ष से संपर्क साध कर पुलिस के नाम पर पैसा ऐंठते है।सभी चाय पान सैलून को निर्देशित किया गया कि अगर दलाल दुकान पर घण्टो घण्टो समय पास कर रहे हैं तो उनको चिन्हित करते हुए कार्यवाही की जाएगी सभी को स्पष्ट आदेश दिए गए है कि अगर इन लोगों द्वारा पुलिस के नाम पर किसी भी प्रकार के लेनदेन की सूचना मिले, तो तुरंत प्रभाव से इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए।
नकेल कसने के पीछे का उद्देश्य लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति विश्वास पैदा करने के साथ ही शिकायतकर्ताओं को उचित न्याय दिलवाना है। किसी निर्दोष को झूठे मामले में फंसाए और कानून के रख वाले होते हुए भी कानून का मजाक बनाएं। अब थानों के अंदर बाहर दिखाई दिए, या वकील का भेष भूसा पहनकर दिखाई दिए और ना तो वो वकील रहते हैं ऐसे दसा में मिलते हैं तो कार्यवाही की जाएगी।