अमेठीः धोएं ग्राम पंचायत के विकास का की ग्रामीणों ने खोली पोल

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विधान केसरी समाचार

अमेठी। ग्राम सभा प्रधान विकास की वह सीधी है जो सरकार की योजनाओं को गांव की गलियों -गलियों व जन जन तक पहुंचाने का काम करती है। प्रदेश सरकार हो या केंद्र सरकार हो अपनी योजना का लाभ ग्राम पंचायत के माध्यम से आम जनमानस तक पहुंच जाती है। सरकार द्वारा अमृत सरोवर, सामुदायिक शौचालय, पंचायत भवन, के माध्यम से स्मार्ट विलेज के रूप में ग्राम पंचायत को देखना चाहती है। इसके लिए एक ग्राम पंचायत में करोड़ों रुपया खर्च किया जाता है। लेकिन सरकार की योजनाओं का प्रधान ग्राम सचिव किमिली भगत से इधर-उधर काम करके पैसा खारिज करने का काम किया जाता है। अमेठी जिले के विकासखंड संग्रामपुर की ग्राम पंचायत धोए में कई लाख रुपए खर्च करके अमृत सरोवर निर्माण अंबरपुर गांव के पास किया गया कागज पर तो कई लाख रुपए का काम दिखाकर पैसा खारिज किया गया लेकिन हकीकत देखा जाए तो कुछ और दिखाई देता है यह सरोवर बहुत ही अच्छी जगह बनाया गया।

लेकिन इंटरलॉकिंग आधी अधूरी ही की गई। जिसमें बरसात के पानी आने पर इंटरलॉकिंग सहित बह गया। थोड़ी दूर में सीढ़ियां बनाई गई वह भी अधूरी सुंदरता बनाने के लिए सरोवर के प्रवेश द्वार पर ईद की कुटाई करके छोड़ दिया गया। इसी तरह गैर जिम्मेदार कार्य धोए में किया गया। धुएं ग्राम सभा के निवासी पवन तिवारी ने बताया की ग्राम पंचायत में बहुत जगह कार्य अधूरा की छोड़ा गया है। जिसमें प्राथमिक विद्यालय अंबरपुर में दिव्यांग शौचालय पेयजल व्यवस्था दीवार क्षतिग्रस्त पड़ी है लेकिन कागज पर वह भी पूर्णहै। इसी प्रकार प्रेम नारायण मिश्र ने भी बताया कि सरकार द्वारा अमृत सरोवर गांव की सुंदरता बढ़ाने के लिए बनाया गया लेकिन यह सरोवर केवल एक दिखावा रह गया। शिव बहादुर यादव ने भी बताया कि ग्राम सभा में बैठक होती नहीं है जिससे जानकारी ग्रामीणों को नहीं मिल पाती।