भर्ती के पहले ही सुविधा शुल्क के साथ-साथ अपने कुछ चिन्हित महिलाओं को भर्ती करने का बनाया गया है प्लान।
सोनभद्र ब्यूरो: उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन , ग्राम्य विकास विभाग अंतर्गत विज्ञापन सख्या 7035 द्वारा माडल संकुल स्तरीय संघ में चल रही नियुक्ति प्रक्रिया में धांधली किये जाने के सम्बन्ध में महिलाओं ने उच्चाधिकारियों से लिखित शिकायत कर जांच कराए जाने का प्रार्थना पत्र देकर विभाग में सनसनी फैला दिया। शिकायत में य़ह आरोप लगाया गया है कि भर्ती के पहले ही सुविधा शुल्क के साथ – साथ अपने कुछ चिन्हित महिलाओं को भर्ती करने का बनाया गया है प्लान। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन , ग्राम्य विकास विभाग में माडल संकुल स्तरीय संघ के नियुक्ति में धांधली किये जाने से आवदेन में भाग लेने वाली महिलाओं में आक्रोश व्याप्त है। कुछ महिलाओं ने विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को लिखित शिकायत भी किया।महिलाओं ने आरोप लगाया है कि फार्म भरने के उपरांत कुछ महिलाओं से अधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए धमकाया कि तुम्हारी नियुक्ति नहीं होगी चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े। इसके बाद पीड़ित महिला ने विभाग में लिखित शिकायत की जिसके बाद जो दूसरी सूची जारी की गई है उसमे हेर फेर कर चिंहित किये गए नामों की सूची में बदलाव किया गया। पीड़िता ने बताया कि NRLM विभाग में चिन्हित कुछ लोगों के चयन हेतु प्रक्रिया का केवल कोरम पूरा किया जा रहा है। पीड़िता ने अपने आरोप में यह भी कहा है कि उनसे धन की डिमांड की गयी थी ,जिसकि पुर्ति ना करने के एवज में उनके चयन में तरह-तरह की कमियां निकाल कर उनका आवेदन खारिज कर दिया गया। शिकायतकर्ता पीड़िता ने बताया कि इसकी शिकायत प्रदेश स्तर तक किया जाएगा।उन्होंने कहा कि एक तरफ महिलाओं को जहाँ सरकार बढ़ावा दे रही है वही दूसरी तरफ जनपद में कुछ अधिकारी कर्मचारी अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति करने के लिए महिलाओ के हौसले को दबाने में कसर नहीं छोड़ रहे।पीड़िता ने बताया कि भर्ती से सम्बंधित जो गाइडलाइंस शासनादेश में उल्लिखित है, आवेदन फार्म में उसका कोई हवाला नही दिया गया और ना ही किसी को कुछ बताया गया। कुछ चिन्हित महिलाओं को फोन के माध्यम से सूचना देकर बुलाते हुए जमा किये गए आवेदन में कमी होने पर सुधार कराया गया तो कुछ महिलाओं का उनके आवेदन फार्म में कागजात न होंने के बावजूद भी उनके आवेदन का वेरिफिकेशन कर उनके आवेदन को सही मानते हुए उन्हें शामिल कर लिया गया जबकि जिन्हें भर्ती मे शामिल नहीं करना था उनका सब कुछ सही होते हुए भी आवदेन निरस्त कर दिया गया है।यहां आप सब को यह भी बताते चलें कि आरोप य़ह भी है कि जिस सूची को धांधली कर जारी किया गया था उसे शिकायत के बाद निरस्त करते हुए पुनः समूह सखियों के ग्रुपो में नई सूची जारी कर 15 अक्टूबर 2024 को होने वाले परीक्षा के लिए भेजा गया और आश्चर्य की बात यह है कि परीक्षा के लिए जो सूची जारी की गई है उसमें किसी भी जिम्मेदार अधिकारी का हस्ताक्षर नही है। ऐसा लगता है कि आनन फानन में जारी हुई सूची में विभगीय अधिकारियों ने खानापूर्ति कर जल्द बाजी करने का प्रयास किया है।
वही आज दिनांक 15 अक्टूबर 2024 को होने वाली परीक्षा के लिए जो पहली लिस्ट खारिज की गई थी उसी के अनुरूप परीक्षा भी ली जा रही है जो नियमानुसार गलत है। ऐसे में शिकायत कर्ता ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया की उच्चस्तरीय जांच कराते हुए निरस्त किया जाय । तथा पुनः नए सिरे से शासनादेश के नियमों के अनुसार भर्ती की प्रक्रिया बहाल की जाय तथा दोषियों पर कार्यवाही की जाय। इस सम्बंध में मुख्य विकास अधिकारी के सीयूजी नम्बर पर समय 4:10पर फोन करके जानकारी चाहा तो उन्होंने फोन रिसिब नही किया लिहाजा उनका पक्ष नही रखा गया।