अमेठीः एच0डी0एफ0सी0 बैंक से ऑनलाइन फ्रॉडः बैंक से बना पच्चास हजार का क्रेडिट कार्ड, दूसरे दिन खाता साफ

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विधान केसरी समाचार

गौरीगंज/अमेठी। एक ओर शासन द्वारा भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दंभ भरा जाता है साथ ही साइबर क्राइम रोकने के लिए अनेक गाइडलाइन जारी किए जाते हैं वहीं जनपद अमेठी के मुख्यालय गौरीगंज में उपभोक्ता के साथ हो रहे फ्रॉड की शिकायत के बावजूद एचडीएफसी बैंक के नुमाइंदे हांथ पर हांथ धरे बैठे रहे और पीड़ित द्वारा धोखाधड़ी की शिकायत के साथ कार्ड ब्लॉक कराने का प्रार्थना पत्र देने के बावजूद पीड़ित के खाते से हजारों उड़ा दिए गए। दरअसल साइबर फ्रॉड से पीड़ित व्यक्ति प्रकाश चंद्र सुत लालजी हलवाई निवासी ग्राम राजगढ़ थाना गौरीगंज जनपद अमेठी का है, पीड़ित के अनुसार वह एच डी एफ सी शाखा गौरीगंज जनपद अमेठी का निवासी है।

पीडित ने किया बैंक पर धोखाधड़ी का केस, बोला- बैक मैनेजर ने हमे किया गुमराह

पीड़ित के नंबर पर 5 अगस्त 2024 को फोन आया कि बैंक द्वारा पीड़ित को पचास हजार का क्रेडिट कार्ड जारी किया जा रहा है। पीड़ित ने ब्लू डार्ट कंपनी द्वारा जारी कार्ड स्वीकार किया तो 9 अगस्त 2024 को मोबाइल संख्या 8009603204 से पीड़ित के मोबाइल पर फोन आता है कि यदि क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में परेशानी हो रही है तो बैंक उनकी सहायता के लिए लिंक भेज रहा है। 13 अगस्त को पीड़ित ने पेट्रोल भराकर कार्ड का इस्तेमाल करना चाहा तो उसके खाते में पैसे नहीं थे।

पीड़ित ने तुरंत पहुंचकर बैंक शाखा प्रबंधक से इसकी शिकायत की तो उनके द्वारा बताया गया कि पीड़ित के खाते से 12 अगस्त 2024 को 42927 , 2043 , 2043 और 1021 रुपए निकाले गए हैं । जिनमें से 42927 रुपए का भुगतान अभी नहीं हुआ है किंतु प्रक्रिया में चल रहा है। पीड़ित ने तुरंत 42927 रुपए का भुगतान रुकवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया तथा कार्ड ब्लॉक करने के लिए कस्टमर केयर से बात की। शाखा प्रबंधक के कहे अनुसार पीड़ित ने साइबर क्राइम प्राथमिकी दर्ज करवा दिया। किंतु कार्ड ब्लॉक करवाने वा भुगतान रुकवाने के लिए प्रार्थना पत्र देने के बावजूद 42927 का भुगतान पीड़ित के खाते से साजिशकर्ता के खाते में ट्रांसफर हो गए। पीड़ित दर बदर की ठोकरें खा रहा है किंतु न ही मामले का खुलासा हुआ और न ही पीड़ित के पैसे वापस मिले। प्रकरण पर शाखा प्रबंधक से बात की गई तो उनका कहना था कि कार्ड ब्लॉक होने के बाद पैसे स्थानांतरित नहीं हुए हैं। पीड़ित अपना मेल चेक करे। जबकि पीड़ित ने लेटेस्ट स्टेटमेंट निकालकर देखा तो उनका पीड़ित के खाते से पैसे जा चुके थे।