अमेठीः रामघाट विकास सेवा समिति ने डीएम को दिया ज्ञापन
विधान केसरी समाचार
अमेठी। शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर थाना संग्रामपुर क्षेत्र के ठेंगहा रामघाट मालती नदी पर सैकड़ो मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है जिसके तहत बड़ी-बड़ी मूर्तियां झांकियां के रूप में आती हैं और श्रद्धा पूर्वक मालती नदी के रामघाट पर विसर्जित की जाती हैं। इस घाट पर सदियों से मूर्ति विसर्जन का प्रचलन चला आ रहा है विगत कुछ वर्षों पूर्व बिजली विभाग द्वारा शुकुलपुर उप केंद्र के नाम से रामघाट के नजदीक बिजली उपकेंद्र खोला गया जिसमें सैकड़ो बिजली के खंबे और खुले तार इस घाट से होते जा रहे हैं बिजली संचालित रहती है घाट पर आने वाले देवी मूर्तियां की ऊंचाई और उसके साथ झांकियां की ऊंचाई होती है तार खुला होने के कारण किसी भी समय बड़ी दुर्घटना हो सकती है झांकियां बिजली के चपेट में आ सकती हैं यही देखकर रामघाट विकास सेवा समिति ठेंगहा के लेटर पैड पर माननीय जिलाधिकारी अमेठी को इन सब समस्याओं से अवगत कराया गया और मांग की गई की खुले तार को हटाया जाए जो सदियों पुरानी परंपरा में खतरा बन सकता है समिति के करुणेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि रामघाट पर भगवान राम का सुंदर मंदिर का निर्माण हो रहा है या भूमि की भूमि है इस भूमि पर शरदीय नवरात्र में ए मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है जिसमें एक मूर्ति की लंबाई 11 से 35 फीट तक होती है और इस मूर्तियों के पीछे झांकियां भी रहती हैं पिछले दिनों एक झांकी खुले तार के करंट के चपेट में आने से 8 बच्चे घायल हुए थे इसमें से एक बच्चे की मौत हो गई थी समिति के प्रबंधक होने के नाते कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए माननीय जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर अवगत कराया गया कि खुले तार से रामघाट मुक्त कराया जाए। इस समिति में अनुपम मिश्रा अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह कोषाध्यक्ष आशुतोष मिश्रा संरक्षक रामकुमार पाल संरक्षक धीरेंद्र शुक्ला उपाध्यक्ष अनूप प्रताप सिंह उपाध्यक्ष आलोक मिश्रा संगठन मंत्री मनोज मिश्रा महामंत्री भूपेन तिवारी संगठन मंत्री द्वारा हस्ताक्षरित प्रति जिलाधिकारी को सौंप गई।