मीरगंज: बरेली महानगर को अपने वेटे के पास जा रहे वृद्ध की औचक हुई मौत, पुलिस ने कराई शिनाख्त
विधान केसरी समाचार
मीरगंज । अपने मीरगंज के पैतृक गांव से बरेली अपने वेटे के पास जा रहे गांव जौनेर के एक वृद्ध की रास्ते में औचक ही मौत हो गयी। वहां से गुजर रहे पत्रकार भीम मनोहर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक वृद्ध की जेव से मिले आधार कार्ड की मदद से शव को उनके परिजनों को सौंप दिया।
मूलरूप से मीरगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव जौनरे निवासी वृद्ध रामभरोसे लाल राठौर दीपावली के अवसर पर अपने गांव आये थे और सोमवार को वह दोपहर के समय अपने वेटे के पास बरेली जा रहे थे। बताया जाता है कि रामभरोसे लाल राठौर मीरगंज से सवारी से बैठक बरेली वाईपास पहुंचे थे और वहां वाहन से उतर कर वह सड़क किनारे बैठ गये और वहीं पर लेट गये। लेकिन उसके बाद वह उठे ही नहीं। जब राहगीरों ने देखा तो उनकी सांसे थम चुकी थीं। आधार कार्ड मिलने पर रामभरोसे लाल के बारे में सूचना उनके गांव जौनेर पुष्पेंद्र शर्मा को दी गयी। उसके बाद सूचना मिलने पर उनके वेटे रोशन लाल ने मौके पर पहुंच कर शव की पहचान राम भरोसे लाल अपने पिता के तौर पर की। उसके बाद पुलिस ने शव को उनके पुत्र को सौंप दिया। जिससे कयास लगाया जा रहा है कि रामभरोसे लाल राठौर की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई होगी। उन्होंने अपने पीछे पांच वेटे छोड़े हैं। तीन वेटे रोशन, महेंद्र और यादराम बरेली में रहकर परिवार के साथ जीवन यापन कर रहे हैं और दो वेटे रूद्रपुर में रह रहे हैं।