गौरीगंज: जल्द बहुरेंगे कंबल कारखाना के दिन

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विधान केसरी समाचार

गौरीगंज/अमेठी। तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत गुंगवाछ गांव में बने कंबल कारखाने के दिन बहुरने वाले हैं। सरकार ने कारखाने की मरम्मत के लिए साठ लाख रुपये जारी किये हैं। जिसके बाद लोगों को नये सिरे से उम्मीद जग गई है कि कारखाने का संचालन शुरू हो जाएगा। 1983 में क्षेत्रीय लोगों की मांग पर कंबल कारखाने का शिलान्यास तत्कालीन सांसद स्व. राजीव गांधी ने किया था। लगभग 32 लाख रुपए की लागत से यह कारखाना बनकर तैयार हुआ था। भदोही से कारीगर बुलाकर के यहां पर कंबल गलैचा का निर्माण किया जाता था। क्षेत्र के चारों विकास खंड के तीन दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतो में सूत कातने के लिए महिलाओं को दिया जाता था। महिलाएं धागा बनाती थी।

कारखाने का एक कर्मचारी सूत पहुंचाता था वहां पर उससे कंबल निर्माण होता था। यहां से बने हुए कंबल भदोही होकर विश्व के अन्य देशों में जाते थे , लेकिन सन् 2000 में यह कंबल कारखाना बंद हो गया। कारखाने के सहारे काम कर रहे चार सौ से अधिक परिवारों की महिलाएं बेरोजगार हो गई। 2019 में तत्कालीन सांसद स्मृति ईरानी के प्रयास से यह कंबल कारखाना शुरू हुआ। सरकार ने कारखाना परिसर में बने हुए ऑफिस की मरम्मत के लिए 16 लाख रुपए दिए थे। उसके बाद बाउंड्रीवाल के लिए 60 लाख रुपये दिए गए हैं। इससे अब लोगों को कंबल कारखाने के दिन बहुरने की उम्मीद जग गई हैं।